ईजीएल शिक्षण व्यवस्था में लापरवाही बतरने वाले चार शिक्षक हूए निलंबित सुकमा कलेक्टर चंदन कुमार ने बैठक में दिया निर्देश 

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रिपोर्टर – रफीक खांन

सुकमा – बच्चों को खेल-खेल और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वर्ण एवं शब्द पहचान कविता कहानी तथा अभियान के साथ भाषा ज्ञान का विकास करने के लिए जिले के चयनित 100 प्राथमिक शाला में ईजीएल पुस्तकालय कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभिन्न गतिविधियों से बच्चों की शिक्षा को सरल और रोचक बनाकर भाषा ज्ञान का विकास किया जा रहा है। जिसकी समीक्षा स्वामी विवेकानन्द प्रशिक्षण केन्द्र में सुकमा कलेक्टर चन्दन कुमार ने की। उन्होंने ईजीएल प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक एवं प्रधानध्यापकों से स्कूल पोटाकेबिन में ईजीएल कार्यक्रम की नियमित कक्षा संचालन की जानकारी ली। कलेक्टर ने समीक्षा बैठक में ईजीएल कार्यक्रम की नियमित कक्षाएं संचालन एवं उच्च ग्रेडिंग प्राप्त शालाओं की प्रशंसा की। 

वहीं ईजीएल कक्षाएं संचालन में लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने चार शिक्षकों को निलंबित और एक अधीक्षिका को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। उन्होंने शिक्षकों को कड़ी निर्देश देते हुए कहा कि शिक्षक स्कूल आश्रम शाला और पोटाकेबिनों के बच्चों को अपने बच्चों की तरह शिक्षा दें। बच्चों में खेल, कविता, कहानी और विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बच्चों में भाषा ज्ञान का विकास करें। कम ग्रेडिंग स्तर के शालाओं के शिक्षकों को उच्च ग्रेडिंग प्राप्त शालाओं से अध्यायपन कार्य के गतिविधियों को सिखाने कहा। उन्होंने आश्रम-शाला पोटाकेबिनों के अधीक्षकों को भी अध्ययापन का कार्य करने के निर्देश दिए। जिन स्कूलो में शिक्षकों की कमी हैं उन स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था करने के भी निर्देश उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को दिए। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी जे के प्रसाद ने कहा कि बच्चों को हमेशा पढ़ाने का प्रयास करें । बच्चों का रोजाना कक्षाएं लें और उनमें विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा दें । और भाषा ज्ञान का विकास करें। बैठक में खण्ड शिक्षा अधिकारी बीआरसी ब्लाक नोडल सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।