किशोर साहू /
बालोद / गुण्डरदेही ब्लाक के आखिरी सीमा पर बसे ग्राम पसौद के स्व नारायण साहू व मैना बाई साहू का बेटा दिनेश साहू आर्मी में 17 साल अपने परिवार से अलग रहकर अपनी जान जोखिम में डालकर देश की सेवा कर गुरुवार को सकुशल घर पहुंचा । उसके घर पहुंचने की सूचना पूरे गाँव के लोगों को एक दिन पहले ही हो गई थी। तब जवान दिनेश साहू को यह अहसास नहीं था कि घर वापसी पर गांव के युवा, महिला, बच्चे, बुजुर्गों का इतना अथाह प्रेम उसे मिलेगा। दिनेश के आने से पहले ही ग्रामीण बाजे गाजे के साथ पूरे गांव में रैली के साथ सम्मान पूर्वक घर पहुंचाने की तैयारी कर चुके थे । गुरुवार शाम 6 बजे जैसे ही जवान गांव के बजरंगबली मंदिर में पहुंचा वैसे ही लोगों ने उसका फूल-माला व गुलाल से अभिनंदन किया। उसके बाद जवान दिनेश साहू ने भगवान बजरंगबली की पूजा अर्चना की। पूजा अर्चना के बाद बाजे गाजे व फटाके के साथ रैली के रूप में गाँव भ्रमण किया गया। इस दौरान लोगों ने अपने घर से निकलकर उनका गुलाल लगाकर स्वागत अभिनंदन भी किया। लगभग 3 घंटे बाद वह अपने घर के दरवाजे पर दस्तक दिया। उनके घर पहुंचते ही उनकी बीवी, बच्चे, दोस्त यार, माता व अन्य परिजनों के आखों से खुशी के आंसू टपकने लगे। सभी परिवारों ने उन्हें गले से लगाकर चूमने लगे। इस बीच दिनेश साहू की भी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। रैली के दौरान लगभग 50 लोग बाजे के साथ आगे आगे नाचते रहे।
श्री कृष्ण अखाड़ा दल के सदस्यों का रहा अहम योगदान :
नौकरी से पहले जवान दिनेश साहू गाँव मे कई सालों से चल रहे श्री कृष्ण अखाड़ा दल के विशेष सदस्य रहे। उन्होंने अखाड़ा में कई हैरतअंगेज करतब भी दिखाए। इसीलिये अखाड़ा दल के पदाधिकारी मदन यादव, नरेश साहू, रूमलाल पटेल, द्वारिका पटेल, उत्तम साहू पुलिस, भीषम साहू, गेंदलाल सेन, सेवक पटेल, गुलाब साहू, सोहन साहू सहित अन्य सदस्यों ने उन्हें ससम्मान घर पहुंचाने की व्यवस्था की थी।