
इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड के बीच लॉर्ड्स में आज फाइनल खेला जाएगा | ये फाइनल उन दो टीमों के बीच है जो कि इस टूर्नामेंट की सबसे ज़्यादा बैलेंस्ड और ताकतवर टीमें दिखाई दे रही थीं | न्यूज़ीलैंड की टीम एक तरफ़ अपनी बॉलिंग और मिडल ऑर्डर की कंसिस्टेंट अच्छी बैटिंग के चलते सभी टीमों अपर भारी दिखाई दे रही थी | हालांकि ग्रुप स्टेज में उसके आख़िरी मैच कुछ ख़राब गए लेकिन सेमी-फाइनल में उनकी परफॉरमेंस देखकर सारे पाप धुल गए मालूम दे रहे थे | वहीं इंग्लैंड अपनी ताबड़तोड़ बैटिंग और होम ग्राउंड की एडवांटेज के दम पर सेमी-फाइनल की बाधा पार कर के फाइनल में पहुंची है | एक वक़्त ऐसा था जब इस टीम की जगह पाकिस्तान आती हुई दिखाई दे रही थी लेकिन फिर ऐसा नहीं हुआ और इंग्लैंड ने अपने आख़िरी दो मैच जीतते हुए इतना लम्बा सफ़र तय किया कि वो अपने इतिहास में पहली बार वर्ल्ड कप पाती हुई दिख रही है | माहौल बन चुका है और पैराग्राफ़ बदलने का वक़्त आ गया है | आज लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर नया सरताज मिलेगा | अब बस देखना यह है कि इंग्लैंड और न्यूजीलैंड में से कौन सी टीम विश्व कप ट्रॉफी उठाने के लम्बे समय के सपने को साकार कर पाती है |
इंग्लैंड को देखा जाए तो वह 27 साल बाद फाइनल में पहुंची है | 1992 में उसने ग्राहम गूच की कप्तानी में फाइनल खेला था, लेकिन इमरान खान की कप्तानी वाली पाकिस्तान ने उसे विजेता की ट्रॉफी नहीं उठाने दी थी और पहली बार चैम्पियन बनने का गौरव हासिल किया था | अब दोनों के पास पहली बार विश्व कप जीतने का मौका है, लेकिन किसकी झोली खाली रहती है और किसके हिस्से ट्रॉफी आती है यह तो मैच के दिन ही साफ हो पाएगा | इंग्लैंड की टीम 27 साल बाद फाइनल में पहुंची है. उसका यह चौथा फाइनल है | वह इससे पहले तीन बार फाइनल खेल चुकी है, लेकिन एक बार भी खिताब नहीं जीत पाई है | इस बार हालांकि उसे मेजबान होने के नाते खिताब का सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है | इंग्लैंड ने मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से करारी मात देकर फाइनल में कदम रखा है | वहीं, किस्मत के सहारे सेमीफाइनल में पहुंची न्यूजीलैंड की टीम ने खिताब की दावेदार माने जाने वाली भारत को रोमांचक मुकाबले में 18 रनों से हराकर दूसरी बार फाइनल में अपना स्थान पक्का किया है | कीवी टीम को 2015 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था | गेंदबाजी में तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स और जोफ्रा आर्चर की अगुवाई में गेंदबाजों ने धारदार गेंदबाजी करके विरोधियों पर लगातार दबाव बनाया है | मेजबान होने के नाते इंग्लैंड को उसकी घरेलू परिस्थितियों का फायदा मिल सकता है, लेकिन कीवी कोच गैरी स्टीड यह पहले ही कह चुके हैं उनकी टीम छुपा रुस्तम साबित हो सकती है |