रायपुर / जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने आरोप लगाते हुए दावा किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अडानी कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश अडानी के साथ दिल्ली के छत्तीसगढ़ सदन में 14 जून की शाम को 2 घंटे तक मुलाकात की। इस मुलाकात में छत्तीसगढ़ के चार अलग-अलग खदानों का ठेका मनमाने, गैरकानूनी और बेहद गोपनीय ढंग से अडानी कंपनी को दे दिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर यह गंभीर आरोप जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने रविवार को लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्मयंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की तस्वीरें तो सोशल मीडिया पर पोस्ट की, लेकिन बंद कमरे की मुलाकात को सार्वजनिक नहीं किया। जोगी का आरोप है कि जिन पांच खदानों की सौदेबाजी हुई है, उससे छत्तीसगढ़ से प्रति वर्ष 170 मिलियन टन लौह अयस्क व कोयला प्रदेश से लूटकर अडानी समूह ले जाएगा, जिसका मूल्य प्रदेश के वार्षिक बजट से 300 गुना अधिक होगा। अमित जोगी ने मुख्यमंत्री पर आदिवासियों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अडानी के अच्छे दिन भाजपा सरकार के राज में नहीं बल्कि भूपेश सरकार के राज में आये हैं ।
उधर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि मुख्यमंत्री से तो सब मिलने आते हैं। मुख्यमंत्री ने अमित पर पलटवार करते हुए यह पूछा है कि आपकी माता और विधायक डॉ. रेणु जोगी भी मिलकर गई हैं। उनसे भी बातचीत हुई है। अमित बताएं, उस बातचीत को सार्वजनिक करना है या नहीं। दिल्ली से दो दिनी प्रवास से रविवार शाम रायपुर लौटे मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री किससे मिल रहे हैं, किससे नहीं मिल रहे हैं, यह किसी से छिपा नहीं है। मुख्यमंत्री से तो कोई भी मिल सकता है। मिलकर अपनी बात रख सकता है।