अमन सिंह की पत्नी यास्मीन सिंह को 14 साल तक संविदा नौकरी पर रख मनमाना वेतन और सुविधा देने के मामले में जांच के आदेश |

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विवादास्पद आईपीएस मुकेश गुप्ता, स्टेनो रेखा नायर और पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता पर शिकंजा कसने के बाद पुलिस अब अमन सिंह और उनकी पत्नी यास्मीन सिंह पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है |  भाजपा की सरकार में अफसरों और मंत्रियों के बीच सुपर सीएम के नाम से विख्यात अमन सिंह पर आरोप है कि उन्होंने संविदा में पदस्थ रहने के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित की और कई तरह के काले-पीले कारनामों को अंजाम दिया |  बताया जा रहा है  अवैध और बेनामी संपत्ति से संबंधित पुख्ता सबूत जुटाने के बाद ही सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की अफसर सचिव रेणु पिल्ले को अमन सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ जांच की जिम्मेदारी सौपा है |   

अमन सिंह की पत्नी यास्मीन सिंह को 14 साल तक संविदा नौकरी पर रख मनमाना वेतन और सुविधा देने के मामले में राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं । गौतरलब है यास्मीन सिंह को 2005 में पीएचई विभाग में संचालक प्रचार प्रसार एवं क्षमता वर्धन के पद पर संविदा में रखा गया था । शुरू में उन्हें 35 हजार रूपए वेतन दिए जाते थे , जिसे बाद में बढाकर एक लाख रूपए कर दिया गया । 

आपको बतादे कि यास्मीन सिंह देश की प्रसिध्द कथक नृत्यांगना हैं,  जिनके कार्यक्रम देशभर में आयोजित होते रहते हैं । इस मामले में शिकायत मिलने पर पता चला कि पीएचई विभाग में उनके कार्य, अवकाश और नृत्य प्रर्दशन के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं हैं । 

 सामान्य प्रशासन विभाग सचिव रीता शांडिल्य ने जांच का जिम्मा कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा व रोजगार विभाग की प्रमुख सचिव रेणु जी. पिल्ले को सौंपा है । उन्हें तीन महीने में जांच रिपोर्ट सौंपने कहा गया है । आरोप लगाया गया है कि श्रीमती सिंह की नियुक्ति बिना योग्यता सिर्फ अमन सिंह की पत्नी होने की वजह से किया गया था । 14 साल तक संविदा पर कार्य करने के दौरान वह ज्यादातर नृत्य प्रदर्शन में ही उनका समय बीता । राज्य के वरिष्ठ कलाकार जब काम को तरसता करते थे तब विभिन्न विभाग यास्मीन को डेढ़ दो लाख रूपए देकर नृत्य प्रदर्शन के लिए आमंत्रित करते थे । वह नवंबर 2005 से दिसंबर 2018 तक संविदा पर कार्यरत रहीं ।