कोरबा | जिले में एक ऐसी घटना सामने आई है , जिसमे पुलिस ने जलती हुई चिता पर पानी डालकर आग बुझाना पड़ा | इसके बाद लाश को चिता से निकालकर पसटमार्टम के लिए भेजा | दरअसल , बलराम नाम का एक युवक ने मारपीट व ग्रामीणों की प्रताड़ना से तंग आकर बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | जिसकी सूचना पुलिस को देने के बजाए सरपंच एवं ग्रामीणों ने परिजनों को धमकाते हुए परिजनों को लाश का जल्द ही अंतिम संस्कार करने की हिदायद दी | जिसके बाद परिजनों ने गुपचुप तरीके से शव को गांव के श्मशान गृह पर ले गए, जहां उसका दाह-संस्कार किया जा रहा था । वारदात की भनक पुलिस को काफी देर से लगी । सूचना पर पुलिस पहले मृतक के घर पहुंची, लेकिन यहां कोई नहीं मिला । इस पर पुलिस श्मशान गृह पहुंची, लेकिन तब तक चिता में लाश 80 फ़ीसदी जल चुकी थी । और तब पुलिस ने तत्काल जलती चिता में पानी डलवा कर किसी तरह आग को बुझाया गया तथा मृतक के अवशेष को जप्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है ।
यह अजीबोगरीब मामला पाली थाना क्षेत्र के ग्राम छिंदपानी का है | जहाँ कुछ दिन पूर्व एक युवक ने अपनी पत्नी के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में ग्रामीणों के साथ मिलकर बलराम की जमकर पिटाई कर दी थी | और तो और भरी सभा में उसे बेइज्जत भी किया गया था । इस प्रताड़ना के बाद बलराम एकदम गुमसुम से रहने लगा अंततः वह अपनी बेइज्जती सहन नहीं कर पाया घर में ही फांसी के फंदे लगाकर झूल गया | जब ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पुलिस के चंगुल से बचने के लिए बलराम के परिजनों को धमकाते हुए उसके शव को जलाने की हिदायद दी थी । जिसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों के दबाव में आकर शव को जला दिया । पाली पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है । फिलहाल पुलिस इस मामले में बयान दर्ज कर रही है।