अंतरिक्ष की दुनिया में भारत का इतिहास , इसरो ने लॉन्च किया चंद्रयान-2 | दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर लॉन्च हुआ मिशन |

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दुनियाभर में बजा हिंदुस्तान का डंका ,48 दिनों में चांद पर पहुंचेगा चंद्रयान-2 | 

अंतरिक्ष की दुनिया में आज फिर इतिहास रचा गया है |  इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी इसरो ने सोमवार दोपहर 2.43 बजे चंद्रयान-2 लॉन्च किया |  श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर में जब 2.43 मिनट पर चंद्रयान-2 लॉन्च हुआ तो पूरे देश की धड़कनें मानो थम-सी गई थीं |  क्योंकि लॉन्चिंग के बाद कुछ मिनट काफी अहम होते हैं |  इसीलिए ना सिर्फ स्पेस सेंटर में बैठे वैज्ञानिक बल्कि टीवी पर देख रहे आम आदमी की भी धड़कनें मानो बढ़ गई थीं |    

चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को दोपहर 2.43 बजे देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च किया गया |  अब चांद के दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने के लिए चंद्रयान-2 की 48 दिन की यात्रा शुरू हो गई है |  करीब 16.23 मिनट बाद चंद्रयान-2 पृथ्वी से करीब 182 किमी की ऊंचाई पर जीएसएलवी-एमके3 रॉकेट से अलग होकर पृथ्वी की कक्षा में चक्कर लगाना शुरू करेगा  | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसरो को चंद्रयान-2 के सफल लॉन्चिंग की बधाई दी | राज्यसभा में चंद्रयान-2 की सफलता पर देश के वैज्ञानिकों को बधाई दी गई. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सदन में वैज्ञानिकों को बधाई देने वाला प्रस्ताव पेश किया  | 

चंद्रयान-2 अंतरिक्ष यान 22 जुलाई से लेकर 13 अगस्त तक पृथ्वी के चारों तरफ चक्कर लगाएगा |  इसके बाद 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चांद की तरफ जाने वाली लंबी कक्षा में यात्रा करेगा |  19 अगस्त को ही यह चांद की कक्षा में पहुंचेगा. इसके बाद 13 दिन यानी 31 अगस्त तक वह चांद के चारों तरफ चक्कर लगाएगा | फिर 1 सितंबर को विक्रम लैंडर ऑर्बिटर से अलग हो जाएगा और चांद के दक्षिणी ध्रुव की तरफ यात्रा शुरू करेगा |  5 दिन की यात्रा के बाद 6 सितंबर को विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करेगा |  लैंडिंग के करीब 4 घंटे बाद रोवर प्रज्ञान लैंडर से निकलकर चांद की सतह पर विभिन्न प्रयोग करने के लिए उतरेगा |