श्याम प्रभू की निकली शोभायात्रा ,श्याममय हुआ पुरा शहर

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उपेन्द्र डनसेना

रायगढ़। श्री श्याम मंडल के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय विराट श्री श्याम महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रात: 9 बजे सुभाष चौक स्थित हनुमान मंदिर से श्री श्याम प्रभु की भव्य शोभा यात्रा एवं निशान यात्रा निकली, जो शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए श्री श्याम मंदिर पहुंचकर सम्पन्न हुई। शोभा यात्रा का नगर के भक्तों एवं जगह- जगह पूजा अर्चना प्रसाद व शानदार आतिशबाजी के साथ विभिन्न अलग-अलग भावों से स्वागत किया गया। रात्रि 12 बजे श्री श्याम प्रभु का जन्मोत्सव धूमधाम एवं श्रद्धा पूर्वक मनाया गया ।

पूरा मंडल में भक्तों की संख्या देखते ही बनती थी। शोभा यात्रा की खासियत यह रही कि पिछले 40 वर्षों का रिकार्ड तोड़ कर श्री श्याम प्रभु की शोभा एवं निशान यात्रा करीब डेढ़ किलो मीटर लम्बी विशाल ऐतिहासिक रूप में थी, जो हमेशा श्याम भक्तों को अविस्मरणीय रहेगी, जिसमें खास कर महिलाओं, बच्चों व पुरूष भक्तों ने अपने मेहंदी रचे हाथों से काफी संख्या में भाग लेकर 1001 से भी ज्यादा श्री श्याम ध्वजा निशान चढ़ाया। इस दौरान पूरा शहर जय श्री श्याम के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। निशान यात्रा का रामनिवास टाकीज रोड, अग्रसेन चौक में युवक संघ, गौरीशंकर मंदिर रोड में अग्रसेन सेवा संघ, हटरी चौक में निगानिया परिवार के साथ अन्य भक्तों व विभिन्न संगठनों ने स्वागत किया। श्याम मंडल के प्रचार मंत्री महावीर अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध खाटू श्यामजी के मंदिर का भव्य स्वरूप श्याम बगीची में देखने को मिल रहा है। हू-ब-हू मंदिर का साकार रूप के मध्य में स्थित श्री श्याम प्रभु की आलौकिक झांकी एवं भगवान शिव व बीर बजरंग बली की झांकी देख श्याम भक्त भाव विभोर हो रहे हैं। मंदिर के अंदर फूलों से मुकुटमणि में विराजे श्री श्याम प्रभु का सुसज्जित मनभावन रूप का दिव्य दर्शन भक्तों के बीच खासी चर्चा का विषय बना हुआ है।

क्यूं घबराऊं मैं, मेरा तो श्याम से नाता है… सुमधुर भजनों से झूमे श्रोतागण श्री अग्रवाल ने बताया कि कार्तिक सुदी एकादशी पावन पर्व एवं श्याम जन्मोत्सव व रात्रि जागरण कार्यक्रम में आमंत्रित कलाकारों ने श्याम भजनों की सुमधुर प्रस्तुति दी। कोलकाता से पधारी भजन स्वर कोकिला करिश्मा चावला ने गणेश वंदना की प्रस्तुति कर कुछ यूं – ना धन दौलत मांगी है … हम हारे हारे हारे …. तुम हारे के सहारे… जन्म दिन आया रे आया रे … मेरे श्यामका नाचो गाओ रे.. , मरते दम तक खाटू वाले हम नाम तेरा ही गायेंगे …. , क्यों घबराउं मै … मेरा तो श्याम से नाता है ….., पलकों का घर तैयार सांवरे… , श्याम का भरोसा जिसे है वो कभी घबराता नहीं, , हम तो श्याम के भरोसे चलते हैं … … , आयेगा आयेगा लीले चढ़ कर सांवरा आयेगा…. मेरे बांके बिहारी पिया चुरा दिल मेरा लिया। धमाल किंग के रूप में भारत विख्यात भजन गायक मनीष घी वाला , जयपुर (राजस्थान) , कुछ यूं श्याम भजनों – किस्मत वालों को मिलता है श्याम तेरा दरबार ….. हर जनम में सांवरे का साथ चाहिए ….. सर पे श्याम तेरा हाथ च चाहिए …. श्याम का जनम दिन आया.., रंगीन गुब्बारों से मंडप सजाया है.., सावली सुरत पे मोहन दिल दिवाना हो गया …, जिसकी उंगली पर चलता ये संसार है.. वो कोई और नहीं वो खाटू वाला श्याम है …, सूरत तेरी इतनी है प्यारी, मेरे श्याम हम जाये बलिहारी, रंगीन गुब्बारों से भक्तों ने मेरे श्याम का मंडप संजाया है …. , मेरे शीश की दानी का सारे जग में डंका बाजे …. वहीं बहादुरगढ़ हरियाणा से पधारे जुनियर भजन गायक सोनू लक्खा ने कुछ यूं .. श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है व जब – जब प्रेमियों के संग खाटू जायेगा तुझपे भी मेरे सांवरे का रंग चढ़ जायेगा । मुझे श्याम तेरा सहारा न होता तो दुनिया में मेरा गुजारा न होता , ये पांडव कुल का अवतार श्याम बड़ा ही अलबेला है, जुग – जुग जीवे सांवरा मेरा…, बाबा खाटू वाला, श्याम जन्म दिन की बधाई.. हैप्पी बर्थ डे टू यू सांवरे…, मै तेरी होगई रहे मेरे सांवरिया सरकार, सहित अनेक भजनों व धमाल गीतो से कलाकारो द्वारा श्रृखलाबद्ध भजनों की प्रस्तुति की गई।

श्याम बगीची में भजनों की प्रस्तुति आज भी श्री अग्रवाल ने बताया कि महोत्सव के तीसरे दिन शनिवार को सुबह 10 बजे से श्याम बाबा को साढ़े तीन टन चूरमा का सवामणी भोग प्रसाद भक्तों द्वारा लगाया जावेगा। रात्रि भजन निशा में कार्तिक सुदी द्वादशी को पुन: रात्रि 8 बजे से श्री श्याम भजनों की देश के सुप्रसिद्ध स्वर सम्राट राजपारिख कोलकाता (पं.बंगाल) एवं मयंक अग्रवा