किशोर साहू
बालोद | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2 अक्टूबर से गांधीगिरी विचार पदयात्रा निकाल गांधी विचारधारा में चलने पर जोर दे रहे , तो वही बालोद जिला सरपंच संघ के सरपंचों ने रघुपति राघव राजा राम शासन-प्रशासन को सद्बुद्धि दे भगवान गाकर प्रदर्शन कर रहे | हां ये वो लोग है जिनके कंधों पर केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार की तमाम योजनाओं को पंचायती राज के तहत गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के साथ-साथ जमीनी स्तर पर उनका क्रियान्वयन करते है |
लेकिन इसे विडंबना ही कहा जाए कि आज सरपंचों को अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरना पढ़ गया | जिला सरपंच संघ के नेतृत्व में जिले के सभी सरपंच पिछले 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन धरना दे रहे | सभी सरपंचों ने रैली निकाल अपनी 14 सूत्री मांगों को लेकर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय पहुंचे | जहां गेट के सामने ही रघुपति राघव राजाराम प्रशासन को सद्बुद्धि दे भगवान गाकर अनुविभागीय अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया | सरपंचो का कहाँ है की पहले भाजपा सरकार दबाव पूर्वक शौचालय निर्माण करा एक पैर गड्डे में डाल दिए ,तो वही अब कांग्रेस सरकार नरवा, गरुवा, घुरुवा अऊ बाड़ी के तहत दूसरा पैर गड्डे में डाल दिया… जिससे जिलेभर के सरपंच परेशान हो गए है ।
सरपंचों ने अपनी मांगों को लेकर जिले के कलेक्टर रानू साहू से मिलकर अपनी मांगों को लेकर चर्चा की जहां कोई निष्कर्ष निकल पाया , जिसके बाद सरपंचों ने 10 अक्टूबर तक मांग पूरी नहीं होने पर जिले के सभी सरपंच द्वारा संयुक्त रूप से अपने सील को कलेक्टर को शॉप काम बंद करने की बात कही ।

