कमल दुबे [Edited By :शशिकांत साहू]
बिलासपुर | कहते हैं कि भीड़ की कोई शक्ल नहीं होती | उनका कोई दीन-धर्म नहीं होता और इसी बात का फायदा हमेशा मॉब लिंचिंग करने वाली भीड़ उठाती है | पर सवाल ये है कि इस भीड़ को इकट्ठा कौन करता है ? उन्हें उकसाता-भड़काता कौन है ? जवाब हम सब जानते हैं | पर फिर भी सब खामोश हैं | डर इस बात का है कि अगर कानून हर हाथ का खिलौना हो जाएगा तो फिर पुलिस, अदालत और इंसाफ सिर्फ शब्द बन कर रह जाएंगे | ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर में सामने आया है | दरअसल ,सुअर चोरी का आरोप लगाकर भीड़ ने दो युवक अभिषेक मोंगरे और शुभम को पीट पीटकर अधमरा कर दिया । इतना ही नहीं हमेशा की तरह भीड़ ने उसका वीडियो बना कर सोशल मीडिया में भी वायरल कर दिया ।
बताया जा रहा है घटना सरकंडा थाना क्षेत्र के बंधवापारा की है, जहां बीते दिनों आरटीएस कालोनी निवासी दोनों युवक अभिषेक और शुभम को सुअर चोरी के आरोप में भीड़ ने अपना शिकार बनाया और पीट- पीटकर अधमरा कर दिया । इस बीच घटना की सूचना किसी ने पुलिस को दी, लेकिन पुलिस ने हमलावरों को छोड़ दोनों युवकों को ही जेल भेज दिया । अब युवकों के परिजन न्याय की आस लेकर दर दर भटक रहे हैं । अभिषेक की मां ने पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर को लिखित शिकायत करके न्याय की मांग के साथ- साथ पुलिस पर भी प्रश्न खड़े किए है । उनकी मांग है, समस्त तथ्यों, परिस्थितियों को संज्ञान में लेते हुये मामले की निष्पक्ष जांच की जाए । बेटे के साथ जान से मारने के नियत से हमला करने वाले व दोषी पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाये । जिन्होंने मॉब लिंचिंग का साथ देते हुए एकतरफा कार्रवाई की ।
