गेंदलाल शुक्ला
कोरबा | पाली-तानाखाकर विधायक मोहित केरकेट्टा के लैटरहेड का उपयोग कर शिक्षा व प्रभारी मंत्री से पोड़ी मदरसा में शैक्षणिक कार्य हेतु तीन लाख रुपये अनुदान की मांग की गई । स्वीकृति हेतु पहुंची फाइल पर प्रभारी मंत्री प्रेमसाय ने शिक्षा संचालक को परीक्षण कर कार्रवाई करने की टीप भी लिख दी । इस बीच विधायक भी मंत्री के कक्ष में पहुंंच गए तब लैटरहेड फर्जी होने का खुलासा हुआ ।
जानकारी के अनुसार किसी अज्ञात व्यक्ति ने पाली-तानाखार विधायक के लैटरहेड का उपयोग करते हुए पाली विधानसभा के ग्राम पोड़ी में संचालित मदरसा दीनी में शैक्षणिक कार्य हेतु तीन लाख रुपये अनुदान देने की सिफ ारिश की गयी है। फाइल तैयार होकर शिक्षा व जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के टेबल तक पहुंंच गई । गुरुवार की शाम मंत्री डॉ. टेकाम ने अपने कार्यालय में फ़ाइल का जायजा लिया और उसमें संचालक शिक्षा को परीक्षण कर कार्रवाई करने का टीप लिखकर हस्ताक्षर कर दिया । तभी विधायक मोहित केरकेट्टा भी किसी अन्य कार्य से पहुंच गए । मंत्री ने जब विधायक से अनुदान राशि की जानकारी ली, तब उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मदरसा संचालन के बारे कोई जानकारी नहीं है और न ही इसके लिए कोई पत्र लिखा है । लैटरहेड फर्जी होने का खुलासा होने पर प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय ने गंभीरता से लिया और लैटरहेड को निरस्त कर पुलिस को जांच में सौंपने विधायक से कहा है ।
बताया जा रहा है कि पोड़ी में संचालित मदरसा हेतु तीन लाख रुपये अनुदान देने की मांग करते हुए लैटरहेड में लिखकर शिक्षा मंत्री के समक्ष छोड़ा गया था । शिक्षा मंत्री ने विधायक से मदरसा हेतु तीन लाख रुपये अनुदान की मांग करने का पत्र लिखने की जानकारी दी, तब विधायक ने लैटरहेड दिखाने की बात कही। लैटरहेड देखने के बाद विधायक मोहित केरकेट्टा ने हस्ताक्षर व डिस्पैच नंबर को फर्जी बताया । इस पर लैटरहेड फर्जी होने का खुलासा हुआ । बताया जा रहा है कि शिक्षा मंत्री ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही है, पर विधायक ने मामले की सूचना अभी पुलिस को नहीं दी है। अब लैटरहेड को भी बदला जा रहा है। लैटरहेड में नीचे नोट लिखा गया है । इसमें कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी द्वारा पत्र क्रमांक 239.एपीकेजे.2019 दिनांक 7.3.2019 को तदर्थ राशि हेतु पत्र व्यवहार किया गया था ।
ग्रामीण अंचल मलीन बस्ती में संचालित संस्थाओं को मूलभूत सुविधाएं एवं शैक्षणिक कार्य हेतु तदर्श राशि उपलब्ध कराने की कृपा करें । पाली-तानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा ने बताया है कि शिक्षा मंत्री के समक्ष किसी अज्ञात व्यक्ति ने मदरसा दीनी में शैक्षणिक कार्य हेतु तीन लाख अनुदान देने हेतु मेरे लैटरहेड में लिखकर दिया था । फाइल स्वीकृति हेतु शिक्षा मंत्री के समक्ष पहुंच गई थी। इस बीच खुलासा हो गया। मैंने कोई पत्र नहीं लिखा है लैटरहेड में हस्ताक्षर व डिस्पैच नंबर फर्जी है । मदरसा दीनी के संचालन के बारे में भी जानकारी नहीं है। वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर मामले की शिकायत पुलिस के समक्ष की जाएगी ।
