गरीयबंद में सिंचाई विभाग के एक कर्मचारी ने वेतन नही मिलने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली | उसके पास एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमे उन्होंने आरोप लगाया है कि सिचांई विभाग के बाबुओ ने रिश्वत लेने के बाद भी वेतन जारी नही किया | इस घटना के बाद सिचाई विभाग में हड़कंप मच गया है | पुलिस ने मामले में विभाग के तीन कर्मचारियों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कर ली है । साथ ही वेतन जारी नही करने को लेकर विभाग के बड़े अधिकारियों से भी पूछताछ कर रहे है ।
बताया जाता है 25 जून को जब सिंचाई विभाग के पांडुका सब डिवीजन में वाचमैन के पद पर पदस्थ ऋषि ध्रुव ने अपने खेत में खुदकुशी की तो मौके पर मिले सुसाइड नोट को देखकर पुलिस भी दंग रह गयी | मृतक ने पांडुका थाना प्रभारी के नाम लिखे सुसाइड नोट में अपने चार माह का वेतन जारी करने के बदले विभाग के तीन बाबुओं पर 25 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है । मृतक के नाती ने बताया कि रिश्वत की पहली किश्त 15 हजार बाबुओं को देने के बाद जल्द वेतन जारी करने की फरियाद लगाने के लिए वह भी अपने नाना के साथ सिंचाई विभाग के जिला कार्यालय गया था | लेकिन कार्यालय के बाबू बाकि बचे 10 हजार देने के बाद ही वेतन जारी करने की बात पर अड़े रहे । उनके नाना जब 10 हजार का इंतजाम नही कर पाए तो उन्होंने खुदकुशी कर ली । मामले में कौन दोषी होंगे ये तो जांच के बाद ही पता चल पायेगा, फिलहाल जिस तरह के आरोप सिंचाई विभाग के कार्यालयीन कर्मचारियों पर लगे हैं उससे विभाग की कार्यशैली जरूर सवालों के घेरे में आ गयी है ।