
रायपुर / कारोबारी लवली खनूजा को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। लवली रिंकू खनूजा के आत्महत्या मामले में आरोपी है। कुछ दिन पहले उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। इसके साथ में तीन लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। एफआईआर के बाद सिविल लाइन पुलिस ने गिरफ्तारी की यह कार्रवाई की है। बता दें कि लवली खनूजा बहुचर्चित सीडी कांड मामले में सरकारी गवाह है।
रायपुर के ऑटो मोबाइल कारोबारी रिंकू सिंह खनूजा आत्महत्या मामले में पुलिस ने जून महीने में आरोपी लवली खनूजा, विजय पंड्या और मानस साहू के खिलाफ अपराध दर्ज किया था। रिंकू खनूजा की मां और पत्नी ने शिकायत की थी कि तीनों रिंकू खनूजा को डराते और धमकाते थे और फंसाने की धमकी भी देते थे। बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड में ये तीनों सरकारी गवाह है। इस मामले में सीबीआई रिंकू खनूजा से पूछताछ कर चुकी है। रिंकू की मां, पत्नी और भाई ने सीबीआई पर भी रिंकू को प्रताडि़त करने के आरोप लगाए थे। रिंकू भारी दबाव में था और उसे सेक्स सीडी कांड मामले में फंसने का अंदेशा था। जिस वजह से उसने दवाब में आकर वह खुदकुशी कर लिया।
रिंकू की खुदकुशी के मामले में हाईटेक सबूतों के अलावा उसके परिजनों के बयान के आधार पर 20 जून को केस दर्ज किया गया था। रिंकू के भाई सुनील सचदेव ने बड़े पिता के बेटे लवली खनूजा, दोस्त विजय पंडया, मानस साहू और कैलाश मुरारका खिलाफ नामजद शिकायत की है। रिंकू के परिजनों का आरोप है कि चारों अक्सर रिंकू को फोन पर धमकियां देते थे। वह हमेशा मोबाइल पर उनसे बातें करने के बाद घबरा जाता था। खासतौर पर सीडी कांड उजागर होने के बाद से उसके पास ज्यादा कॉल आने लगे थे। पुलिस ने कॉल डिटेल भी निकाला है। उसमें इस बात की पुष्टि हुई कि खुदकुशी के कुछ दिन पहले वह सबसे जयादा इन चारों से ही बात करता था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार 20 जून के बाद से लवली घर से गायब था। वह फरार चल रहा था। 4 जुलाई को अपने जन्मदिन पर घर आया था। उसने फेसबुक पर फोटो शेयर किए। उसके बाद से ही पुलिस ने उसकी तलाश तेज कर दी थी। पुलिस को शुक्रवार पता चला कि वह अपने घर पर छिपा है। जानकारी पुख्ता होने के बाद छापा मारकर उसे पकड़ा गया।