राजस्थान के बुल्लू बंगाली और उसकी टीम ने भी छत्तीसगढ़ में बिछाया “हनी ट्रैप ” का जाल  | राज्य में भी SIT के गठन की जरुरत | एमपी में 9 दिन में बदले गए तीन SIT चीफ | आखिर क्यों ? 

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छत्तीसगढ़ में राजस्थान के एक पर्यटक शहर में रहने वाले बुल्लू बंगाली द्वारा रायपुर में भेजी गयी लड़कियों ने प्रदेश के कुछ आईएएस अधिकारियों और बिल्डरों को “हनी ट्रैप ” में फंसाया था | सूत्र बता रहे है कि राजस्थान के जयपुर और कोटा में मध्यप्रदेश के आईएएस अधिकारियों को फंसाने वाली लड़कियां रायपुर में भी कई अफसरों की राते गर्म किया करती थी | जांच अधिकारियों को मिले इनपुट के आधार पर एक टीम ने रायपुर की वीआईपी रोड स्थित एक होटल के सीसी टीवी फुटेज खंगाले है | बताया जाता है कि तीन दिन पहले भोपाल से रायपुर पहुंचे कुछ अफसरों ने इस होटल से सीसी टीवी फुटेज जप्त किये है | हालांकि यहाँ मौज मस्ती मारने वाले अफसरों का भी खुलासा नहीं हुआ है | बताया यह भी जा रहा है कि राजस्थान के कोटा में पकड़ी गयी संदेहियों के पास से बुल्लू बंगाली का पूरा ब्योरा मिला है | बुल्लू बंगाली के बारे में बताया  जाता है कि वो कुछ आईएएस अफसरों की बेनामी संपत्ति को खपाने का काम भी करता है | छत्तीसगढ़ के पंछियों  की जांच के दौरान कई चौकाने वाली जानकारियां सामने आ रही है |  

“हनी ट्रैप ” को लेकर छत्तीसगढ़ में SIT के गठन की जरुरत पड़ सकती है | खबर आ रही है कि “हनी ट्रैप ” में फंसे  राज्य के बीजेपी नेताओ और उनके करीबी अफसरों के पहले नाम और अब वीडियों उजागर होने के अंदेशे के चलते SIT चीफ पर गाज गिरी है | सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेताओ और पार्टी को फजीयत के दौर से बचाने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को SIT चीफ को हटाने पर आमादा होना पड़ा | मात्र 9 दिन के भीतर “हनी ट्रैप ” की जांच के लिए गठित SIT चीफ को तीन बार बदलने की जरुरत आखिर क्यों पड़ गयी, इसके मायने तलाशे जा रहे है | पहली बार जांच का जिम्मा आईजी श्रीनिवास वर्मा को सौपा गया था | दूसरी बार एडीजी संजीव शमी को, और अब उन्हें भी हटा कर एडीजी राजेंद्र कुमार को SIT का नया चीफ बनाया गया है | सूत्र बता रहे है कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ को “हनी ट्रैप ” की जांच सीबीआई को सौपने के लिए दिल्ली के प्रभावशील  वरिष्ठ अधिकारी और एक कद्दवार नेता ने निर्देशित किया था | केंद्र से जुड़े अफसरों और नेता जी के निर्देशों के तहत बीच का रास्ता निकालते हुए बतौर SIT चीफ संजीव शमी की रवानगी के कारणों का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है | हालांकि नए SIT चीफ राजेंद्र  कुमार ने पदभार संभालते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशों को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है | बावजूद इसके छत्तीसगढ़ के पंछियों के अलावा तीन नए संदेहियों के नाम और वीडिओ जल्द रिलीज होने के आसार बताये जा रहे है | इन नए नामो में बीजेपी के एक कद्दावर नेता और उसके सहयोगी अथवा बंदोबस्त अधिकारी का भी नाम सामने आने लगा है |  सूत्र बता रहे है कि नेता जी को देशी विदेशी “हनी ” उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान के एक शहर का बुल्लू बंगाली भी अमेरिका ट्रिप के दौरान अवैधानिक रूप से उनके साथ मौजदू था | बुल्लू बंगाली के छत्तीसगढ़ कैडर के कुछ आईएएस अधिकारीयों  के साथ अंतरंग सम्बन्ध बताये जाते है | बताया जा रहा है कि “हनी ट्रैप ” में फंसे संदेहियों के पास मिली आपत्तिजनक सामग्री में नेता जी के अमेरिका प्रवास के तमाम वीडियों और छायाचित्रों के अलावा कुछ अन्य वीडियों और ऑडियों भी मिले है | अंदेशा है कि यह सभी  हनी ट्रैप से जुड़े हो सकते है |  इसमें अमेरिका की  विभिन्न होटलो के अंदर बाहर के वीडियों भी शामिल है | व्हाट्सप्प की एक दस्तावेज फ़ाइल में नेता जी और उनके साथ अमेरिका प्रवास पर गयी टोली का यात्रा टिकटों समेत पूरा ब्यौरा शामिल है | सवाल उठ रहा है कि सरकारी प्रोटोकॉल के तहत अमेरिका गए दल में बाहरी तत्वों को आखिर क्यों और किसके निर्देश पर शामिल किया गया था | जानकार बता रहे है कि बुल्लू बंगाली छत्तीसगढ़ कैडर के कुछ आईएएस अधिकारीयों  की आय से अधिक अर्जित की गयी बेनामी संपत्ति को ठिकाने लगाने में सहभागी है | देशी विदेशी लड़कियों को परोसने की योग्यता के चलते  उसे सरकारी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए अमेरिका ट्रिप में “ट्रैवल डेस्क ” कर्मी के रूप में शामिल किये जाने की जानकारी मिली है | 

 
              सूत्र बता रहे है कि “हनी ट्रैप” की आरोपी श्वेता और आरती के करीबी सम्बन्ध दिल्ली की माधवी और माधुरी के अलावा रायपुर से सम्बद्ध नंदनी ( सभी बदला हुआ नाम ) से रहे है | हाल ही में  वीआईपी रोड स्थित एक होटल के उद्घाटन समारोह में कुछ अफसरों के बिस्तर गर्म करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया गया था | यहाँ दस्तक देने वाली तमाम लड़कियां “हनी ट्रैप”  में संदिग्ध बताई जाती है |  सूत्र बता रहे है कि जांच दल ने वीआईपी रोड स्थित इस बड़ी होटल से उन तिथियों के सीसी टीवी फुटेज भी इकठ्ठा किये है | 


      इंदौर नगर निगम में कार्यरत इंजीनियर  हरभजन सिंह ने SIT  को अपने बयान में काफी महत्वपूर्ण जानकारी दी है | उसने यह भी बताया है कि किस तरह से “हनी ट्रैप” में शामिल नेताओ और अफसरों की अश्लील वीडियों और तस्वीरें दिखाई गयी थी | ताकि वो भी डर कर आरोपियों को मोटी रकम दे दे | उसने अपने बयान में छत्तीसगढ़ के कई नेताओ और अफसरों का नाम भी लिया है | हालांकि ये नाम उसकी स्वमेव जानकारी के मुताबिक है लिहाजा SIT ने उन नामो को कलमबद्ध किया है कि नहीं इसकी जानकारी नहीं है | इस बीच यह जानकारी जरूर लगी है कि “हनी ट्रैप में फंसी लड़कियों से बरामद कई दस्तावेजों और हार्डडिस्क से छेड़छाड़ करने के आरोप में तीन पुलिस कर्मियों क्रमशः सुभाष गुर्जर , अनिल जाठ और लाल सिंह को तत्काल निलंबित करते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज की गयी है | यही नहीं इन तीनो ही पुलिस कर्मियों के करीबी 9 लड़कियों और 8 संदेहियों समेत 3 दलालो को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया था | इनमे से 5 संदेहियों के सीधे संपर्क राजस्थान के बुल्लू बंगाली से बताये जा रहे है |

फिलहाल  छत्तीसगढ़ में भी हनी ट्रैप के जांच के लिए गठित होने वाली SIT के लिए पर्याप्त आधार नजर आने लगे है | मध्यप्रदेश मे जिस तरह से SIT जांच को लेकर राजनैतिक और प्रशासनिक हड़कंप मचा है, उससे साफ़ है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ काफी दबाव में है | तभी उन्हें एक के बाद एक तीन SIT चीफ मात्र 9 दिनों के भीतर बदलने पड़े है | सूत्र बता रहे है कि दबाव मध्यप्रदेश के नेताओ को लेकर नहीं बल्कि उनके अलावा छत्तीसगढ़ के उन बीजेपी नेताओ को लेकर है जिनकी पहचान उजागर होने के अंदेशे से   बीजेपी को बगले झाकना पड़ सकता है | सूत्र यह भी बता रहे है कि हनी ट्रैप में मध्यप्रदेश के कुछ कोंग्रेसी नेता भी संदेहियों की सूची में है | लेकिन छत्तीसगढ़ में अभी तक कांग्रेस के किसी भी  नेताओ का नाम दूर दूर तक “हनी ट्रैप ” में शामिल नहीं पाया गया है  | लिहाजा राजनीतिक घटनाक्रम और दोषियों की असल पहचान के लिए राज्य में SIT का गठन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए तुरुप का पत्ता साबित  हो सकता है |