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बीजा गोला में लगा हुआ है हैमर और हो रही थी तस्करी, जूटमिल पुलिस ने पकड़ा अवैध नौ नग बीजा गोला |


उपेंद्र डनसेना [Edited By : शशिकांत साहू]

रायगढ़।  वन मंडल रायगढ़ में पिछले लंबे समय से लकड़ी तस्करी जोरों पर है और इसे रोक पाने में वन अमला निष्क्रिय है । यही कारण है कि अब अवैध लकड़ी की तस्करी के मामले को अक्सर पुलिस के जवान पकड़ रहे हैं, लेकिन इस बार पुलिस ने एक ऐसा अनोखा मामला पकड़ा है, कि वन अमला पर ही अब सवाल खड़े होने लगे हैं । पुलिस ने बीती रात जिस नौ नग अवैध बीजा गोला को पकड़ा है । उसमें बकायदा वन अमला के हैमर के निशान लगे हुए हैं और इससे लकड़ी तस्करों से वन कर्मचारियों की मिली भगत की पुष्टि भी हो रही है। हांलाकि मामले को वन अमला के सुर्पूद किया जा रहा है और अब मामले में वन अमला जांच कर आगे की कार्रवाई करेगी ।


 जानकारी के मुताबिक बीती रात सावित्री नगर रोड पर पीकप में अवैध नौ नग बीजा का गोला की तस्करी की जा रही थी । तभी पेट्रोलिंग के दौरान पुलिस ने उक्त पिकप को देखा और जब उसे रोकने की कोशिश की तो लकड़ी तस्कर पिकप से कूद कर भाग गए । इसके बाद पुलिस ने अवैध सराई से लदे पिकप को पुलिस चौकी ले आयी और मामला वन अमला के सुर्पूद करने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन जब रायगढ़ वन परिक्षेत्र के वनकर्मी प्रकरण को सुर्पूद में लेने पहुंचे तो उन्होंने प्रारंभिक जांच में पाया कि बीजा के गोले में बकायदा हैमर का निशान लगा हुआ है और इसे देख वनकर्मी भी सकते में आ गए । इसके बाद मामले में कई तरह की चर्चाएं भी शुरू हो गई । बताया  जाता है कि हैमर का निशान तब लगाया जाता है, जब कहीं अवैध कटाई के बाद लकड़ी जब्ती की गई हो या फिर जंगल से कटिंग के बाद उसकी थप्पी लगा कर उस पर पासिंग हैमर डालकर उसे डीपो परिवहन कराया जाना होता है । हांलाकि यह बताया जा रहा है कि पुलिस द्वारा पकड़ा गया बीजा का गोला किसी कूप का है और इसमें 388 आरजी उल्लेख है । ऐसे में हैमर का निशान लगने के बाद लकड़ी की तस्करी होना वनकर्मियों को ही सवालों के घेरे में खड़ी कर रही है । फिलहाल मामले में पुलिस के द्वारा प्रकरण वन अमला को सौंपने के बाद अब आगे की कार्रवाई वन विभाग के द्वारा की जानी है ।

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