उपेंद्र डनसेना |
रायगढ़ | छत्तीसगढ़ में अब महिलाओं के साथ-साथ बच्चों के बीच पुलिस की कार्यप्रणाली दिखाने के साथ-साथ उनका खौफ हटाने के लिए चुने हुए थानों में हेल्फ डेस्क बनाई जा रही है । इसमें महिला एवं बच्चों को अलग-अलग ढंग से न केवल समझाईश दी जाएगी । बल्कि इनकी समस्याओं को भी बैठाकर सुना जाएगा । पुलिस थाने से अलग उन्हें माहौल देते हुए यह भी बताने की कोशिश की जाएगी कि हर पल उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस कैसे काम करती है ।
इसी कड़ी में आज सिटी कोतवाली के पीछे महिला एवं बच्चों के लिए अलग से डेस्क कार्यालय खोला गया । जिसका विधिवत शुभारंभ जिले के पुलिस अधीक्षक ने किया । उनके साथ महिला सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं पुलिस विभाग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ-साथ सिटी कोतवाली थाना प्रभारी तथा महिला रक्षा टीम की प्रमुख कार्यकर्ता भी उपस्थित थी और वहीं आसपास के स्कूली बच्चों को भी इसमें आमंत्रित किया गया था , ताकि वे निर्भिक होकर वर्दीधारियों के बीच उनके कामकाज का ढंग समझे साथ ही साथ उन्हें मिलने वाले डेस्क की जानकारी भी हो । वहां पहुंचने वाले बच्चों को थाने का अवलोकन भी कराया गया कि कैसे वहां काम किया जाता है । इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीएल रजवाड़े ने बताया कि रायगढ़ सिटी कोतवाली से इसकी शुरूआत हुई है । साथ ही साथ जिले के अन्य पांच थानों के पास ऐसे ही हेल्फ डेस्क खोली जाएगी, ताकि संबंधित थानों के दायरे में आने वाले स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को इसका लाभ मिल सके । इतना ही नही महिलाओं के बढ़ते अपराध को रोकने के अलावा महिलाओं को जागरूक बनाने के लिए भी फोकस किया जाएगा । ताकि समाज में इन्हें न्याय मिले और उन्हें भी कानून की जानकारी हो । पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने भी बताया कि अलग डेस्क बनाने का मकसद यही है कि बच्चों के बीच पुलिस का खौफ न रहे और बेहतर माहौल में वे यहां पहुंचे तथा उन्हें पुलिस की कार्यप्रणाली समझ में आए । साथ ही साथ उनके साथ होने वाले घटना को लेकर वे बेखौफ होकर अपनी बात कहें । इसलिए ऐसी डेस्क बनाई गई है ।