Site icon News Today Chhattisgarh

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ” छोटा आदमी “बयान पर कहा व्यक्ति कहां छोटा-बड़ा होता है, मन छोटा नहीं होना चाहिए |

रायपुर में बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह पहुंचे | जहां उन्होंने अंबेडकर की मूर्ति पर फूल चढ़ा कर श्रध्दा सुमन अर्पित किया । साथ ही समाज के सभी वर्ग को बाबा साहेब की जयंती पर शुभकामनाएं दी । इस मौके पर रमन सिंह ने लोगों को बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलने का सन्देश भी दिया ।  उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह डॉ. बाबा साहब अंबेडकर की 128वी. जयंती का पावन अवसर है । आज ये न केवल देश बल्कि दुनिया के लिए डॉ. बाबा साहब अंबेडकर के कार्यो का दर्शन करने का अवसर रहता है । उन्होंने हमें संविधान दिया, जो आदिकाल तक याद रहेगा। उन्होंने  कहा कि अनेक विविधताओं के बाद भी हमें जोड़कर रखने वाला संविधान है । समाज को शिक्षित करने का मूलमंत्र डॉ. अंबेडकर ने हमें दिया । उनका योगदान सबसे बड़ा योगदान है । डॉ. रमन ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने समाज को नई दिशा दी, जो रास्ता बाबा साहब ने हमें बताया हम सब उस पर चलने की शपथ लेते हैं । 

इस दौरान उन्होंने अपने  छोटा आदमी बयान पर यू टर्न लेते हुए कहा कि  छोटा आदमी का तो इसका उपयोग करना ही नहीं और न किया गया |  मैंने अटल जी पंक्तियों को दोहराया था कि छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता  |  जब मुख्यमंत्री बने हैं तो मन छोटा नहीं होना चाहिए |  व्यक्ति कहां छोटा-बड़ा होता है, मन छोटा नहीं होना चाहिए |   रमन सिंह ने मुख्यमंत्री से कहा कि जब आप व्यापक रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री हो तो विशाल ह्रदय बड़ा मन करिए, अटल जी के उन पंक्तियों को आगे बढ़ाइए कि पूरे राज्य को समाज के सभी वर्गों को जो वादा किया है | आज बस्तर जाता हूं तो चना और नमक की योजना बंद हो रही है, युवकों को रोजगार भत्ता देना, शराबबंदी करना, इन सभी चीजों को खटाई में डाल दिया गया है | शिक्षाकर्मियों की उपेक्षा हो रही है, जो वादा आपने किया था | अरे भाई बड़ा मन करिए, बड़ा बजट करिए, आपको बहुमत इतना बड़ा मिला है कि किसी से पूछने की जरूरत नहीं, बहाना बनाने की जरूरत नहीं | मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आय और चर्चा को लेकर रमन सिंह ने कहा कि आय पर चर्चा करें, लेकिन तनख्वाह मिले, पेंशन मिले, लोगों को तो जो वादा किया था वो सब बंद हो गया | 23 दिन से सर्वर डाउन हो गया | कर्ज की बोझ से पूरा छत्तीसगढ़ डूब गया है | चर्चा करो कि वित्तीय प्रबंधन कैसे करेंगे | कितने दिन में घोषणाओं को पूरा करेंगे ये तय करें | छत्तीसगढ़ की जनता विकास चाहती है, स्कूल, पुलिया, सड़क और पंचायत के काम सब ठप हो गए हैं | उस काम को आगे बढ़ाने की जरूरत है | हम सब मिलकर बेहतर करें |

Exit mobile version