ये वायरल तस्वीर एक शिकायती पत्र के साथ इन दिनों सोशल मीडिया में सुर्ख़ियों में है | बेहद निजी क्षणों वाली इस तस्वीर के जरिये शिकायतकर्ता का आरोप है कि पुलिस का यह अफसर महिलाओ के दैहिक शोषण के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ता | पीड़ित महिलाये जब कभी भी अपनी फ़रियाद लेकर थानों में जाती है या फिर इस अफसर के संपर्क में आती है , तो उसे पहले अपनी इज्जत बचानी होती है | फिर शिकायतों पर कार्यवाही के बारे में सोचा जाता है | बहुत कम ऐसी महिलाये होती है जो इस अफसर के चंगुल से छूट पाती है | वरना उन्हें इस तरह से रुसवा होना पड़ता है | ऐसी ही एक पीड़ित महिला और उसके सहयोगी ने इस अफसर की पोल खोलने का दावा किया है | हालांकि न्यूज टुडे छत्तीसगढ़ इन तस्वीरों की वैधानिकता की पुष्टि नहीं करता लेकिन जो उसे शिकायत प्राप्त हुई है उससे साफ़ है कि छत्तीसगढ़ पुलिस महकमे को इन तस्वीरों को गंभीरता से लेना चाहिए, कम से कम उसके सार्वजनिक होने पर | मसला पुलिस की दिनों दिन गिरती साख और छबि का है | दुर्ग पुलिस अधिक्षक प्रखर पांडे से इस बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में जिले के किसी भी थाने में किसी भी पीड़ित ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है | उनके मुताबिक शिकायत प्राप्त होने पर वैधानिक कार्यवाही की जायेगी |