छत्तीसगढ़ कैडर के कुख्यात आरोपी डीजी मुकेश गुप्ता को EOW से एक और तगड़ा झटका मिला है | EOW ने मुकेश गुप्ता के विश्वांसपात्र वकील अमीन खाना की सेवाए समाप्त कर दी है | अब वे EOW की ओर से अदालत में उपस्थित नहीं हो पाएंगे | उनकी जगह नए वकील की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है | EOW की ओर से स्थानीय वकील अमीन खान की सेवाए समाप्त होने की पुष्टि भी की गई है | उधर आरोपी मुकेश गुप्ता के खिलाफ दर्ज मामलों को लेकर EOW में जांच तेज हो गई है | EOW के अलावा पुलिस मुख्यालय ने भी आरोपी मुकेश गुप्ता की विभागीय जांच शुरू कर दी है | अवैध फोन टेपिंग और नान घोटाले में मुकेश गुप्ता की सहभागिता को लेकर उसे तलब किया गया है | डीजीपी डीएम अवस्थी को विभागीय जांच का प्रमुख बनाया गया है |
उधर आरोपी मुकेश गुप्ता के खिलाफ दर्ज दो अपराधिक प्रकरणों को लेकर EOW भी सक्रिय है | नान घोटाले और अवैध रूप से राज्य के नागरिको और सरकारी कर्मियों के फोन टेपिंग को लेकर आरोपी मुकेश गुप्ता के सात जून को पूछताछ होनी है | बताया जाता है कि इस पूछताछ से बचने और कई महत्वपूर्ण सवालों से पीछा छुड़ाने के लिए यह कुख्यात आरोपी सुनियोजित जोड़ तोड़ में जुटा है | दरअसल EOW के तत्कालीन पुलिस अधिक्षक रजनेश सिंह ने इंटेलिजेंस और EOW के तत्कालीन ADG मुकेश गुप्ता की असलियत सामने ला दी है | उन्होंने दस्तावेजी सबूतों से साथ EOW को बताया है कि किस तरह से अवैध रूप से फोन टेपिंग का गोरखधंधा लंबे समय से चल रहा था | और तो और इस गोरखधंधे की प्रभारी हवलदार रेखा नायर ने मुकेश गुप्ता के निर्देश पर किस तरह से महत्वपूर्ण लोगो के फोन टेप किए और बच निकलने के लिए तमाम सबूत नष्ट किये थे | रजनेश सिंह के दर्ज बयानों के आधार पर आरोपी मुकेश गुप्ता से पूछताछ होनी है | यह तथ्य भी सामने आया है कि नान घोटाले की रकम का बड़ा हिस्सा MGM ट्रस्ट के खातों में भी जमा होता था | बैंको में निश्चित अवधि तक करोडो की ब्लैकमनी जमा करवाने के बाद ” मास्टरमाइंड ” मुकेश गुप्ता उन खातों को बंद करवा देता था | ताकि उसके खिलाफ कोई सबूत ना मिल सके |
EOW ने आरोपी मुकेश गुप्ता के अवैध रूप से फोन टेपिंग और नागरिक आपूर्ति निगम में हुए घोटाले को लेकर अपने ही महकमे के कुछ पुलिस कर्मियों के कलमबंद बयान अदालत में दर्ज कराये है | बताया जाता है कि लोभ ,लालच और दबाव डालकर आरोपी मुकेश गुप्ता कई महत्वपूर्ण गवाहों को प्रभावित कर सकता है ,ताकि उसके खिलाफ कोई नए तथ्य और सबूत प्रस्तुत न हो सके | इसी अंदेशे के चलते जांच अधिकारी कई क़ानूनी प्रक्रिया पूरी करने में जुटे है | एक जानकारी के मुताबिक रजनेश सिंह के बयानों के दर्ज होने के बाद आरोपी मुकेश गुप्ता ने eow के कई कर्मियों से संपर्क भी किया है | इसमें आरोपी रेखा नायर भी शामिल है | बताया जाता है कि रजनेश सिंह के बयानों के आधार पर रेखा नायर भी अवैध फोन टेपिंग के मामले मे आरोपी बन सकती है | उसके बयान भी मुकेश गुप्ता को हवालात की सैर करा सकते है | इसके चलते आरोपी मुकेश गुप्ता कई महत्वपूर्ण गवाहों को विवादित बनाने और उन्हें अपनी राह से हटाने के लिए काफी सक्रिय है | फ़िलहाल देखना होगा कि सात जून को यह कुख्यात आरोपी EOW के दफ्तर में अपनी आमद दर्ज कराता है या फिर बच निकलता है |