पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है | नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष के नाम भेजा है | उन्होंने ट्वीट कर रविवार को इसकी जानकारी दी | हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा 10 जून को ही दे दिया था लेकिन इसका खुलासा आज किया है | यह बात अहम है कि सिद्धू ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजा है जबकि इस्तीफा राज्यपाल को भेजना होता है | ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि उनका इस्तीफा मंजूर होता है या नहीं और वे मंत्रिमंडल में बने रहते हैं या नहीं |
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच में काफी वक्त से खटास चल रही थी | खासकर तब जब सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ समारोह में शामिल हुए थे और वहां पाकिस्तान के आर्मी चीफ के गले लगते देखे गए थे | विपक्ष ने कांग्रेस को इसको लेकर खूब घेरा | 2019 इलेक्शन के रिजल्ट्स आए तो कांग्रेस ने पंजाब में अच्छा प्रदर्शन किया था | पंजाब की 13 सीटो में से 8 सीटें कांग्रेस, 4 सीटें बीजेपी-अकाली और एक सीट आम आदमी पार्टी के हिस्से गई थीं | लेकिन कैप्टन अमरिंदर ने कांग्रेस की शहरी इलाकों में खराब परफॉर्मेंस के लिए सिद्धू को दोषी बताया था | साथ ही ये भी इशारा किया कि सिद्धू को पंजाब सरकार के कैबिनेट से हटाया जाएगा | नतीजे आने के बाद जब 6 जून को पंजाब में कैबिनेट की बैठक हुई तो सिद्धू समेत कई मंत्रियों के विभाग बदल दिए थे | सिद्धू के पास पहले स्थानीय स्वशासन विभाग था, मगर अब उनके जिम्मे ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग था |
2019 के चुनाव के पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने बयान दिया था कि अगर राहुल गांधी अमेठी में चुनाव हार जाते हैं, तो वो राजनीति छोड़ देंगे | नतीजा आया तो राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए थे | बीजेपी की स्मृति ईरानी ने जीत दर्ज की थी और इसके बाद भी नवजोत सिंह ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए थे | अब नवजोत सिंह सिद्धू ने साफ कर दिया है कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है| लेकिन इसमें एक पेच है, और वो ये है कि सिद्धू ने इस्तीफा राहुल गांधी को दिया है. लेकिन राहुल गांधी तो खुद भी इस्तीफा दे चुके हैं | ऐसे में कौन किसका इस्तीफा स्वीकार करेगा, ये साफ नहीं है. हां, इतना ज़रूर है कि सिद्धू के इस फैसले से जिस एक आदमी ने चैन की सांस ली होगी, वो पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हैं |