दंतेवाड़ा / छत्तीसगढ़ की नक्सल प्रभावित लोकसभा सीट बस्तर के लिए गुरुवार को लोगों ने मतदान किया । इस दौरान मतदाता न नक्सलियों की धमकी से डरे और न ही धमाकों से। नक्सलियों के ‘गनतंत्र’ के आगे मतदाताओं का ‘लोकतंत्र’ हावी रहा। बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शाम 4 बजे तक 45 प्रतिशत वोट पड़े। फिलहाल चुनाव आयोग की ओर से अभी फाइनल आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।
पहले चरण में गुरुवार सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान, निर्विध्न संपन्न हुआ। उत्साह इतना ज्यादा था की धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी मतदान शुरू होने से पहले ही लोग पोलिंग बूथ पर पहुंच गए। नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार को देखते हुए 294 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों का स्थान भी बदला गया था। बावजूद इसके मतदाताओं के जोश में कोई कमी देखने को नहीं मिली , लोगों ने लोकतंत्र के इस महापर्व पर बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया |
जवानों के हौसले के आगे नक्सलियों के मंसूबों पर फिरा पानी –
चुनाव बहिष्कार की धमकी दे चुके नक्सलियों ने नारायणपुर के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र अबूझमाड़ के ओरक्षा में मतदान के बाद लौट रही पोलिंग पार्टी पर फायरिंग कर दी। करीब 10 मिनट तक चली इस मुठभेड़ में एक जवान घायल हो गया, जबकि नक्सली भाग निकले। इससे पहले नारायणपुर में ही फरसगांव और दंडवन के बीच आईईडी ब्लास्ट किया। हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ।