
कमल दुबे /
बिलासपुर / छत्तीसगढ़ में भारी भ्रष्ट्राचार में लिप्त नौकरशाही की हालत यह हो गई है कि वैधानिक कार्रवाई के लिए अब मंत्रियों को खुद मैदान में उतरना पड़ रहा है | ताजा मामला बिलासपुर का है | यहां एक गुटका फैक्ट्री में राज्य के आबकारी मंत्री कवासी लखमा को दबिश देनी पड़ी | दरअसल कई अवैधानिक कार्यों के बावजूद स्थानीय अधिकारी वैधानिक कार्रवाई को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे | गुटका फैक्ट्री में दाखिल होने के बाद आबकारी मंत्री काफी नाराज नजर आये |
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में चल रही एक गुटका फैक्ट्री में राज्य के आबकारी और उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने अचानक दबिश देकर प्रशासन को सकते में डाल दिया | कई अवैधानिक कार्यों के लिए चर्चित इस गुटका फैक्ट्री के खिलाफ शिकायतों का अम्बार लगा था | बावजूद इसके स्थानीय अधिकारियों ने वैधानिक कार्यवाही को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई | लिहाजा अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान मंत्री जी ने खुद एक गुटखा फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई की । उनके साथ कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे | इस गुटखा फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर स्थानीय नहीं बल्कि बाहरी थे। छत्तीसगढ़ी मजदूरों से काम नहीं लेने का कारण मंत्री जी को समझ में नहीं आया | विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में मंत्री ने जो कुछ वहां देखा उससे लेकर काफी नाराज हुए। छत्तीसगढ़ के मजदूरों से काम नहीं लिए जाने से नाराज मंत्री ने दूसरे बिंदुओं पर भी जानकारी मांगी, मसलन फैक्ट्री से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों का नष्टीकरण, और अपशिष्ट पदार्थों को जलाने व नष्ट करने के लिए चिमनी या बॉयलर भी नहीं पाया गया |