राज्य सरकार ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए नई दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ भवन के आवासीय आयुक्त संजय अवस्थी को निलंबित कर दिया । निलंबन की अवधि में अवस्थी को बस्तर कलेक्टोरेट मुख्यालय में अटैच किया गया है । उनके खिलाफ कई गंभीर शिकायतें मिली थी । आदेश में उल्लेखित किया गया है कि संजय अवस्थी ने अपने पद का दुरूपयोग किया है | पिछली सरकार में संजय अवस्थी एक पावरफुल अफसर थे | कई बार शिकायत के बाद भी वे अपने पद पर काबिज थे | अब आवासीय आयुक्त डॉ मनिंदर कौर द्विवेदी की अनुशंसा पर संजय अवस्थी को सस्पेंड कर दिया गया है |
सरकार को लंबे समय से यह शिकायत मिल रही थी कि संजय अवस्थी छत्तीसगढ़ भवन में रूकने वालों के साथ दुर्व्यवहार करते थे | अवैध तरीके से वाहनों की बुकिंग की जाती थी | मनमाने ढंग से किसी को भी बगैर एंट्री रूकने के लिए कमरा आबंटित कर दिया जाता था | इन सबके साथ आर्थिक अनियमितता के मामले में भी सरकार ने अवस्थी को दोषी माना है | शासन ने छत्तीसगढ़ सिविल सेवा(आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के उल्लंघन के तहत यह कार्यवाही की है |
बता दें कि संजय अवस्थी राज्य गठन के पहले मध्यप्रदेश में उद्योग विभाग में कार्यरत थे | डेपुटेशन पर छत्तीसगढ़ आने के बाद राज्य सरकार ने उनका संविलियन कर लिया था | सत्ता के करीबी होने का उन्हें फायदा मिला और एक साथ दो प्रमोशन दे दिया गया |
बताया जा रहा है कि संजय अवस्थी राज्य बनने पर छत्तीसगढ़ आए थे । पिछली सरकार के कार्यकालों के दौरान आला अफसरों से नजदीकी के कारण उन्हें कई पदोन्नति मिली । कहा तो यह भी जा रहा है कि रमन सरकार के दो मंत्रियों के चेताने के बाद भी अफसरों से नजदीकी के चलते उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई ।