उपेंद्र डनसेना रायगढ़. [Edited By: शशिकांत साहू]
जंगलों में कोयला तस्करों के द्वारा अपनी अवैध कोयला खदान को संचालित करने के लिए डेढ सौ से अधिक पेड काट दिए | बडे पैमाने पर वन विभाग के क्षेत्र के भीतर हुई बेतहाशा पेड कटाई के मामले में 20 दिन बाद वन विभाग के अधिकारी हरकत में आए हैं । जांच के बाद एक डिप्टी रेंजर व एक बीटगार्ड को निलंबित कर दिया गया है ।
घरघोड़ा क्षेत्र के चोटीगुडा तथा आसपास के जंगलों में बीते माह तेजी से कोयला तस्करों द्वारा स्थानीय लोगों से मिलकर पेड कटाई की घटना को अंजाम दिया था | मामला सुर्खियों में आने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने अपनी गलती को छुपाने के लिए छोटे अधिकारियों को निलंबित करके मामले को दबाने का प्रयास किया है | जबकि चोटीगुडा क्षेत्र में बीते चार माह से अवैध कोयला खदान धड़ल्ले से संचालित है | वहां जद में आने वाले बेशकीमती प्रजाति के पेडो को काटकर जंगलों को खासा नुकसान पहुंचाया गया था | उसके बाद भी घरघोडा क्षेत्र के अधिकारियों ने इसको छोटी-मोटी कटाई बताकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया था ।
इस संबंध में वनमंडलाधिकारी मनोज पाण्डेय का कहना है कि जांच के बाद दो लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है | चूंकि देर रात जंगलों में यह कटाई हुई थी जिसे रोक पाने में वन अमला इसलिए असफल रहा था | लेकिन पेड कटाई के बाद 130 से अधिक ठूंठ बरामद किए गए हैं | जिसके आधार पर ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने पाए जाने पर घरघोडा के डिप्टी रेंजर व एक बीटगार्ड को निलंबित किया है | उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कोयला तस्कर सक्रिय हैं और उनको रोकने के लिए तमनार तथा घरघोड़ा वन विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को स्थानीय पुलिस के सहयोग से सतत निगरानी करने को कहा गया है | अब कोयला तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ वन विभाग वन्य अधिनियम के तहत कार्रवाई के अलावा कोयला तस्करी में लिप्त वाहनों को राजसात करने के लिए भी तैयारी कर रहा है ।