छत्तीसगढ़ विधान सभा का मानसून सत्र पूरे हंगामे के साथ शुरू हुआ | प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष द्वारा कई प्रश्न उठाए गए । इस दौरान मंत्री कवासी लखमा के मौजूद नहीं रहने पर सदन में तीखी बहस हुई । विपक्ष ने आरोप लगाया कि जानबूझकर विभागों के जवाब देने के दौरान मंत्री कवासी लखमा सदन में मौजूद नहीं होते हैं । दरअसल उद्योग विभाग से संबंधित सवाल का जवाब देने मंत्री मोहम्मद अकबर उठे तो विपक्ष के सदस्यों ने इस पर घोर आपत्ति जाहिर की । इस पर मंत्री अकबर ने कहा कि मंत्री लख्मा बाहर गए हैं इसलिए उनकी जगह वे जवाब दे रहे हैं । विपक्ष के सदस्यों ने कहा कि हम लखमा से जवाब चाहते हैं । इस मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि उन्हें इस बात की सूचना दी गयी है कि कवासी लखमा किसी जरूरी काम की वजह से बाहर है, उनकी अनुपस्थिति में मोहम्मद अकबर जवाब दे रहे हैं | नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा हम लखमा को सक्षम मानते हैं, हमको लखमा पर विश्वास है । लेकिन सत्ता पक्ष को विश्वास नहीं हैं । इसलिए उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है । ये गलत परम्परा बनाई जा रही है हम उन्हें सहयोग करेंगे ।वहीं इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भाजपा सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया ।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज सीमेंट के उत्पादन और मूल्य को लेकर मामला उठाया गया । बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने सवाल किया कि सीमेंट उद्योग में सीमेंट का उत्पादन कम हो रहा है । क्लिंकर बनाकर दूसरे राज्यों को भेजा जा रहा है । उद्योग मंत्री की जगह जवाब देते हुए मो. अकबर ने बताया कि क्लिंकर बाहर भेजा रहा है | इसमें कोई रोक नहीं है. GST लागू होने के बाद से राजस्व की हानि नहीं हो रही है | इस पर विधायक ने पूछा कि GST लागू करने के पहले कितना नुकसान हुआ है | सीमेंट मालिक जानबूझकर क्लिंकर का उत्पादन कर रहे है | मंत्री अकबर ने कहा कि ये नियम आपके समय मे बनाया गया है | वही जेसीसी विधायक अजीत जोगी ने प्रदेश में सीमेंट की कीमतों पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या अन्य राज्यों की तुलना में कम रेट पर सीमेंट मिले इसके लिए मालिकों पर दबाव बनाएंगे. मंत्री मो. अकबर ने कहा कि सीमेंट की रेट तय करने का अधिकार राज्य सरकार के पास नहीं फिर भी इस संबन्ध में बात करेंगे |