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छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का “जादू” बरक़रार ,दंतेवाड़ा उपचुनाव में लहराया कांग्रेस का “परचम” , देवती कर्मा ने बीजेपी को 12 हजार से ज्यादा मतों से हराया | 

दंतेवाड़ा | छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का “जादू” बरक़रार है | दंतेवाड़ा विधान सभा उपचुनाव ने यह साबित कर दिया है | यहाँ बीजेपी को कांग्रेसी उम्मीदवार देवकी कर्मा ने करारी शिकस्त दी है | उन्होंने बीजेपी की ओजस्वी मड़ावी को लगभग बारह हजार मतों से पराजित किया | जानकारी के मुताबिक 20 वे राऊंड की गणना में कांग्रेस को बीजेपी उम्मीदवार की तुलना में 11319 वोट ज्यादा प्राप्त हुए थे |  कांग्रेस प्रत्याशी की जीत का “सेहरा” मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सिर बंधा है | कांग्रेस के विजयी अभियान से साफ़ है कि राज्य में अभी भी बीजेपी जनता का दिल नहीं जीत पाई है | दंतेवाड़ा विधान सभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और पार्टी के कई नेताओ ने ओजस्वी मड़ावी की जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी | उधर कांग्रेस ने भी स्थानीय नेताओ के साथ रणनीति तैयार कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में चुनावी मैदान में पैर जमाने के लिए कोई कसर बाँकी नहीं छोड़ी थी | कांग्रेस ने अपने दस माह के कार्यकाल को जनता के सामने पेश कर वोट मांगा था | जबकि बीजेपी को सहानुभूति लहर से काफी उम्मीदे थी | जनता के बीच खोई हुई छबि अभी भी बीजेपी को ले डूबी |    


शुरू से ही उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी ओजस्वी मंडावी पर बढ़त बनाये रखी थी | “20 वे” राऊंड की गणना शुरू होते ही कॉउंटिंग स्थल से बीजेपी के कई स्थानीय नेताओ ने अपनी रवानगी शुरू कर दी | उन्हें समझ में आ गया कि पार्टी उम्मीदवार ओजस्वी मंडावी पर कांग्रेस की देवकी कर्मा अब की बार भारी पड़ी है | उधर बीजेपी खेमे के कई नेताओ ने देवकी कर्मा और उनके साथ मौजूद कांग्रेसी नेताओ को बधाई देनी शुरू कर दी | मतगणना के बीच दौर में ही बीजेपी के कई बड़े नेताओ ने कांग्रेस की देवकी कर्मा को अपना बधाई संदेश भिजवा दिया |    कांग्रेस ने यह सीट बीजेपी से छीनी है |  


 उधर शुक्रवार को रायपुर में दो “जादूगर” एक साथ नजर आए | मौका था राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत रायपुर जिले के अभनपुर विकासखंड ग्राम बनचरौदा में निर्मित आदर्श गौठान का अवलोकन का । हाल ही में सोनी टीवी के लोकप्रिय कार्यक्रम “कौन बनेगा करोड़पति” में एक राज्य के मुख्यमंत्री को लेकर प्रश्न पूछा गया था कि राजनीति में आने से पहले वो “जादूगर” थे ? इस प्रश्न के सही जवाब के रूप में  राजस्थान के मुख्यमंत्री “अशोक गहलोत”  के नाम पर “मुहर” लगाईं गई थी | हालांकि उनके नाम के साथ अन्य तीन नाम भी “ऑप्शन” श्रेणी में थे | उनमे से एक नाम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री “भूपेश बघेल” का भी शामिल था | दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत का “सेहरा” मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सिर बंधने के बाद लोग कहने लगे है कि वाकई भूपेश बघेल भी “जादूगर” है | वो “जादूगर” जो जनता के बीच आज भी उतना ही लोकप्रिय है जितना कि दस माह पूर्व था | जब उसने पंद्रह साल पुरानी बीजेपी की सरकार को जड़ से उखाड़ फेका था |  

https://youtu.be/66c4Y8VQNLY


दिलचस्प बात यह है कि राजनीति के दंगल के दोनों “जादूगर” शुक्रवार को रायपुर में एक साथ नजर आए | कार्यक्रम के बीच में ख़ुशी का वो पल भी दिखाई दिया जब दोनों राजनेताओ को दंतेवाड़ा उपचुनाव में कांग्रेस की “जीत का संदेशा” प्राप्त हुआ | यह “शुभ” समाचार सुनकर दोनों ही नेता फुले नहीं समाए  | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस शानदार जीत के लिए बधाई दी | इस जीत के साथ ही राजनीति के पंडितो ने भी इस मौके पर अपना मुँह खोला  | इस दौरान किसी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के “जादू” के बरक़रार होने का दावा किया तो किसी ने अगले उपचुनाव “चित्रकूट” विधानसभा सीट में भी कांग्रेस की जीत की “भविष्यवाणी” की | कुल मिलाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लगभग दस माह के कार्यकाल के “फील गुड” पर जनता ने अपनी मुहर लगा दी है | 


 दंतेवाड़ा उपचुनाव में बीजेपी को अपनी “जीत” का पूरा भरोसा था ,लेकिन स्थानीय लोगो पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का “जादू” सिर चढ़कर बोला |  कांग्रेस की जीत से साफ़ है कि राज्य में अभी भी पार्टी “मस्त” है जबकि उसके मुकाबले बीजेपी “पस्त” |  इस करारी हार से  बीजेपी को अब “मंथन” की नहीं बल्कि उस “मंजन” की तलाश है ,जो पार्टी  के “चेहरे -मोहरे” को चमका सके |   

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