चैत्र नवरात्रि कल से ,9 दिनों तक माता की आस्था में डूबा रहेगा पूरा छत्तीसगढ़ | मंदिरो में तैयारियां अंतिम चरण में |

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साल में यू तो चार नवरात्र होते हैं । जिनमें से 2 गुप्त नवरात्र होते हैं जिनके बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते तो वही 2 और नवरात्र चैत्र और शरद महीने में आते हैं । शारदीय नवरात्र जहां अक्टूबर महीने में आते हैं तो वही चैत्र नवरात्र हर साल अप्रैल महीने में होते हैं जिनका अब जल्द ही आगाज़ होने जा रहा है । नवरात्र यानि आदि शक्ति के नौ दिन और वो नौ रातें जो केवल मां दुर्गा को ही समर्पित हैं । इन नौ दिनों में दिन हो या रात केवल देवी दुर्गा की ही आराधना की जाती है । देवी के अलग अलग 9 रूपों की पूजा अर्चना और भक्ति को ही समर्पित हैं नवरात्र के ये नौ दिन । शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हर दिन इन नौ देवियों की ही पूजा का विधान है नवरात्र में ।  

चैत्र नवरात्रि कल 6 अप्रैल से प्रारंभ होने जा रही है । इसी के साथ पूरा छत्तीसगढ़ 9 दिनों तक माता की आस्था में डूबा रहेगा । देवी-देवताओं के मंदिरों के अलावा कई लोग घरों में भी ज्योति कलश प्रज्जवलित किए जाएंगे और 9 दिनों तक पूरे विधि विधान व नियमानुसार माता की सेवा व भक्ति में डूबे रहेंगे ।  इस बार नवरात्रि पूरे 9 दिनों की होगी, जिसे लेकर भक्तों में इस बार ज्यादा उत्साह देखा जा रहा है । क्योंकि इससे पहले कई साल तक चैत्र नवरात्रि में नवरात्र के दो दिन एक ही दिन पड़े के कारण नवरात्रि 8 दिनों की होती थी, लेकिन इस बार नवरात्रि 9 दिनों है । 

इधर नवरात्रि को लेकर राजधानी रायपुर सहित पूरे प्रदेशभर के देवी मंदिरों के साथ अन्य मंदिरों में भी ज्योति कलश जलाने के लिए की जा रही तैयारियां लगभग अंतिम चरण में है । देर शाम तक तैयारियां पूरी कर ली जाएगी ।  वही नवरात्र के पहले दिन ही कलश स्थापना का विधान है । लेकिन कलश स्थापना भी लोग शुभ मुहूर्त में ही करते हैं । वही चैत्र नवरात्र 2019 के कलश स्थापना के शुभ समय की बात करें तो आप सुबह 6.09 बजे से लेकर 10.19 बजे तक कलश स्थापित कर सकते हैं ।

शारदीय नवरात्रि की तरह चैत्र नवरात्रि में भी प्रदेश के कई प्रसिद्ध मंदिरों का परिसर मेला का रूप लेगा ।राजनांदगांव के डोंगरगढ़ में स्थापित मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर में शारदीय और चैत्र दोनों नवरात्रि में मेला लगता है । चैत्र नवरात्र गर्मी के दिनों में आती है इसलिए इन दिनों में पैदल जाने वाले भक्तों की भीड़ काफी कम होती है, जिसके चलते चैत्र नवरात्र में लगने वाला मेला में भी रौनक कम होती है । लेकिन चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी के बावजूद डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने 9 दिनों तक भक्तों का रैला लगा रहता है । डोंगरगढ़ सहित प्रदेश के अन्य नगरों में रतनपुर, दंतेवाड़ा, चंद्रपुर, बागबाहरा, खल्लारी, धमतरी, बालोद, रायपुर, गरियाबंद सहित कई नगर शामिल है, जहां देवी मंदिरों में नवरात्रभर भक्तों का दिन-रात तांता लगा रहेगा ।