घरघोड़ा क्षेत्र में अवैध कोयला खदान बनी कमाई का जरिया ,तस्करों के कोयले को उद्योगों में खपाने का दौर | खनिज व पुलिस विभाग नही कर रहा है कार्रवाई |

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उपेंद्र  [ Edited By: शशिकांत साहू]

रायगढ़ के घरघोडा  इलाके कोयला तस्करों का गढ बना हुआ है । जहां से रोजाना आधा दर्जन से भी अधिक वाहन चोरी का कोयला लेकर उद्योगों तक पहुंचते हैं और बडे आराम से उद्योग प्रबंधन भी कोयला तस्करों से मिलकर इस कारोबार को बढावा दे रहे हैं । घरघोडा के चोटीगुडा, तिलाईपाली, झिर्रीटार जैसे कई ऐसे इलाके हैं जहां बीते एक माह से कोयला तस्करों के द्वारा अवैध कोयला खदान का निर्माण किया गया है| वहां दिन व रात जेसीबी से कोयला खुदाई करके तस्करी को अंजाम दे रहे हैं । खनिज विभाग व स्थानीय पुलिस विभाग इस पूरे मामले कोयला तस्करों को अघोषित छूट दे चुका है । जिसके चलते यह कारोबार लगातार जारी है । घरघोडा क्षेत्र के कई इलाकों में काले हीरे की तस्करी का यह मामला बढ़ते ही जा रहा है और कार्रवाई नही होनें पर तस्करों के हौंसले दिन व रात बढते ही जा रहे हैं । इस पूरे मामले में कलेक्टर यशवंत कुमार का कहना है कि जल्द ही इस संबंध में बडी कार्रवाई की जाएगी और कोयला तस्करों को पकड़कर उनके वाहनों पर भी नियमों के तहत जांच कराने के बाद जब्त किए जाएंगे। इतना ही नही कोयला तस्करों पर लगाम लगाने के लिए जल्द ही एक टीम संबंधित क्षेत्र में भेजी जाएगी ।


देर रात पकड़े गए 4 वाहन     

  घरघोड़ा क्षेत्र में कोयला तस्करी के बढ़ते मामले को देखते हुए खुद जिले के पुलिस अधीक्षक ने बीती रात अपनी देखरेख में कार्रवाई कराई जिसमें घरघोड़ा क्षेत्र के दो इलाकों से एक स्कार्पियो, दो डंफर तथा एक जेसीबी मशीन जब्त की गई और जिसमें तीनों वाहनों में चोरी का कोयला लदा हुआ था और वन विभाग के क्षेत्र में धड़ल्ले से कोयला तस्कर कोयले का खनन कर रहे थे। सूत्र बताते हैं कि पकड़े गए वाहन कुडूमकेला के एक व्यापारी के हैं जो पहले भी कोयला तस्करी में शामिल होनें के चलते पकड़े जा चुके थे । मजे की बात यह है कि पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के दिशा निर्देश पर घरघोडा थाने की टीम ने आनन-फानन में कोयला तस्करों को पकडऩे के लिए केवल अपने पुलिस कप्तान का निर्देश का पालन किया है और उसमें भी कोयला तस्करों को मौके से छोड़कर केवल वाहन ही जब्ती बनाकर अपनी खानापूर्ति कर रही है ।

सूत्र बताते हैं कि मौके पर दोनों डंफर चालक व स्कार्पियो चालक पुलिस के हत्थे चढ़े थे लेकिन केवल वाहनों को जब्ती बनाकर पुलिस अधीक्षक तक को अंधेरे में रखा है। कोयला तस्करों के पकड में नही आने से यह बात साफ हो जाती है कि इस क्षेत्र में कितनी मिलीभगत के जरिए काले हीरे की तस्करी का दौर चल रहा है ।