उपेंद्र डनसेना
रायगढ़ | छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अपनी झुंड से भटककर जंगली हाथी गणेश आतंक का पर्याय बन चुका है । बीते सप्ताह भर से यह जंगली हाथी पागलों की तरह पूर्वाेत्तर के क्षेत्र में घुम-घुमकर राह चलते लोगों को नुकसान पहुंचाते हुए आने जाने वाले वाहनों को भी क्षति पहुंचा रहा है । जनहानि रोकने के लिए वन विभाग का अमला सुबह व शाम इसकी निगरानी करते हुए रास्तों को जाम करके लोगों को हाथी से बचने की सलाह दे रहे हैं ।
पहले धरमजयगढ़ वन मंडल में दर्जनों लोगों की जान लेने के बाद जंगली हाथी गणेश अब रायगढ़ वन मंडल में घुसकर भय व आतंक का पर्याय बन चुका है । रायगढ़ जिला मुख्यालय से मात्र 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम बंगुरसिया, जुनवानी, हमीरपुर के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों में जंगल से लेकर मुख्य मार्ग पर आने से वाहन भी यहां से गुजरने में कतराने लगे हैं । स्थिति को देखते हुए वन विभाग ने इस मार्ग को ही सुबह व शाम बंद करके लोगों को समझाईश देते हुए जंगली हाथी से बचने को कहते हैं । इतना ही नही उसकी लोकेशन लेने के लिए अलग-अलग टीमें लगाई गई है । इतना ही नही जंगली हाथी के अचानक रायगढ़ सुंदरगढ़ मार्ग पर आने की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग तथा क्षेत्र के ग्रामीण आने जाने वालों को रोककर सावधानी बरतने की सलाह देते हैं । इतना ही नही सुबह व शाम इस मार्ग को बंद करके भी झुंड से भटके गणेश हाथी को गांव में घुसने से भी रोकने का प्रयास करते हैं । वन विभाग के अमले ने बताया कि बीते सप्ताह भर के भीतर से धरमजयगढ़ के जंगलों से भटककर यह गणेश हाथी रायगढ़ वन मंडल के इलाके में घुसा हुआ है और इससे क्षेत्र के लोगों में भय व आतंक का माहौल बना हुआ है ।
गणेश हाथी ने रौंद डाली किसानों की खड़ी फसल
गणेश हाथी का दहशत बंगुरसिया सर्किल में अब भी बरकरार है । बीती रात बंगुरसिया सर्किल के केनानी बहाल क्षेत्र में गणेश हाथी गांव के करीब तक पहुंच गया । इसके बाद वह खेतों में घुस गया और यहां किसानों की खड़ी फसल को अपने पैरों तले रौंदने लगा । जब गणेश की चिंगार को ग्रामीणों ने सुनी तो उन्हें यह समझने में जरा भी समय नही लगा कि गणेश हाथी उनके गांव के करीब पहुंच गया है । इसके बाद काफी संख्या में ग्रामीण हाथों पर मशाल लेकर वहां तक पहुंच गए और कई तरह की आवाजें निकालकर गणेश को जंगल की ओर खदेड़ने लगे, पर गणेश खेतों में ही कभी फसल को खाता तो कभी अपने पैरों तले उसे बर्बाद कर देता । शाम करीब 7 बजे के बाद से लगातार लगभग 6 घंटे तक गणेश हाथी खेतों में रहा और ग्रामीण उसे खदेड़ने में लगे रहे पर देर रात तक वह वहीं डटे रहा । इसके बाद करीब डेढ़ बजे गणेश खेतों से निकालकर वापस जंगल की ओर चला गया । तब तक मामले की जानकारी वन कर्मियों को भी लग चुकी थी । ऐसे में सर्किल प्रभारी सहित अन्य वन कर्मी मौके पर पहुंचे। वहीं आज सुबह से नुकसान का आंकलन किया जा रहा । गणेश हाथी ने जिन किसानों का फसल नुकसान बीती रात किया है। उसमें संतोष, कृष्णा, हरि शंकर, जीवर्धन, मुरलीधर, कार्तिक राम, पंचराम, मदन वह वासुदेव शामिल है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक इस क्षेत्र में इस हाथी ने जनहानि नही पहुंचाई है ,लेकिन कई वाहनों को तोडफ़ोड़ करके आतंक मचाया हुआ है । वहीं ग्रामीणों ने भी बताया कि वे वन विभाग साथ मिलकर बकायदा गणेश हाथी के हर गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं | ताकि उसके आने की जानकारी बाकी लोगों को भी हो और जनहानि से बच सकें । ग्रामीणों का कहना है कि वो चाहते हैं कि यह गणेश हाथी जितनी जल्दी हो वापस दूसरे जंगल में चले जाए तब उन्हें चैन की सांस मिलेगी ।


