इस लिफ्ट में दो घंटे तक फंसी रही जच्चा और बच्चा, राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में आधी रात हुए इस हादसे से पीड़ितों की फूली रही साँसे, कड़ी मशक्क्त के बाद बाहर निकाला गया | देखिये वीडियों | 

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मनोज सिंह चंदेल  \  बड़ी खबर राजनांदगांव से आ रही है | यहाँ के सरकारी मेडिकल कॉलेज में रविवार को आधी रात उस समय कोहराम मच गया जब, लगभग एक दर्जन लोग लिफ्ट में फंस गए | करीब दो घंटे तक उन्हें इस लिफ्ट से बाहर निकालने की कवायत चलते रही | लेकिन कामयाबी नहीं मिली | गंभीर बात यह थी कि लिफ्ट के भीतर मात्र 18 घंटे का एक नवजात और उसकी माँ भी शामिल थी | लिफ्ट में लगातार फंसे रहने के चलते कई लोगो को सांस लेने में तकलीफ भी होने लगी थी | हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने जैसे तैसे लिफ्ट का दरवाजा खोल कर पीड़ितों को बाहर निकाला | इस घटना से मेडिकल कॉलेज प्रशासन हैरत में है, लेकिन लापरवाहियों को लेकर उस पर उँगलियाँ भी उठ रही है | बताया जाता है कि इस लिफ्ट में बे रोक टोक अक्सर क्षमता से अधिक लोग चढ़ जाते है | यही नहीं मेंटेनेंस नहीं होने से लिफ्ट के कई उपकरण  खराब बताये जा रही है | राहत वाली खबर यह है कि लिफ्ट में फंसे सभी पीड़ित सुरक्षित बाहर निकाले गए |    

           राजनांदगांव शहर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रविवार देर रात लगभग 10:30 बजे 10 से 12 लोग लिफ्ट में सवार हुए इनमें एक नवजात बच्चा और प्रसूता महिला भी शामिल थी। लिफ्ट अपने गंतव्य पर पहुंचा लेकिन उसका दरवाजा नहीं खुल रहा था,  ऐसे में भीतर से लोगों की चीख पुकार सुनकर मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना के बाद आरक्षक अमित कुमार मौके पर पहुंचे और उन फंसे लोगों को निकालने का भरसक प्रयास किया , लेकिन लिफ्ट का दरवाजा नहीं खुलने से अंततः लिफ्ट का कुछ हिस्सा तोड़ा गया और फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लिफ्ट के बंसने का यह पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी अधिक क्षमता में लोगों के सवार होने की वजह से लिफ्ट रुका है, लेकिन रविवार देर रात लगभग 10:30 बजे से 12:30 बजे तक 2 घंटे लोग इस लिफ्ट के भीतर फंसे रहे। वहीं लिफ्ट के मेंटेनेंस को लेकर के भी सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक प्रदीप बैक का कहना है कि लिफ्ट फसने की जानकारी मिली है लेकिन 2 घंटे तक लोग लिफ्ट में बंद थे यह उन्हें नहीं मालूम।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिफ्ट में क्षमता से अधिक लोग सवार होते हैं , गार्ड के रहने के बाद भी सभी लोगों को एक साथ भेज दिया जाता है। जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। इस लिफ्ट में फंसे सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। वहीं महज 1 दिन का बच्चा भीतर होने से स्थिति गंभीर नजर आ रही थी। मेंटेनेंस के अभाव में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से कभी भी बडा़ हादसा हो सकता है।

https://www.youtube.com/watch?v=T9beZt0pi3U&feature=youtu.be