आंतक का पर्याय बन चुका दंतैल हाथी गणेश अभी भी आजाद  ,ग्रामीणों में दहशत

0
6

उपेंद्र डनसेना 

रायगढ़|  धरमजयगढ़ वन मंडल में आधे दर्जन से अधिक लोगों को असमय मौत के घाट उतारने बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का पर्याय बन चुका गणेश हाथी अब रायगढ़ वन परिक्षेत्र के जुनवानी- बंगुरसिया के जंगल में विचरण कर रहा है | गणेश हाथी के नाम मात्र से पूरे जुनवानी सर्किल में एक भय का माहौल बन गया है । हांलाकि इसके आने के बाद वन विभाग ने भी पूरी तरह से सर्तकता बरतते हुए पूरे क्षेत्र के लोगों अर्लट रहने व जंगल नहीं जाने के लिए मुनादी करा दिया है । ऐसे में अब उस पर नजर रखी जा रही है । ताकि किसी प्रकार की कोई जनहानि धरमजयगढ़ वन मंडल के बाद अब रायगढ़ वन मंडल में गणेश हाथी न कर सके ।

गणेश हाथी धरमजयगढ़ वन मंडल में लगभग सात लोगों को मार चुका है । इसके सामने आने के बाद किसी भी ग्रामीण को गणेश दौड़ाकर उसे अपनी सुंड से पकड़ता है । इसके बाद उसे अपने पैरों से कुचल कर मौत के घाट उतार देता है । ऐसे में गणेश हाथी की दहशत पूरे धरमजयगढ़ वन मंडल से लेकर रायगढ़ जिला में भी फैल गई थी । गणेश हाथी के उग्र होने के कारण उसे बेहोश कर धरमजयगढ़ वन मंडल से दूर ले जाने की भी कोशिश की गई | लेकिन कोरबा वन मंडल के आगे उसे नहीं ले जाया सका और बाद में उसे छोड़ दिया गया । इससे पहले उसे कॉलर आईडी पहना दिया गया था और लगातार उस पर नजर रखी जा रही है । ऐसे में धरमजयगढ़ वन मंडल से आए दिन उसके लोकेशन को सोशल मिडिया में वायरल कर लोगों को सर्तक भी किया जाता था । वहीं जब उसे बेहोश कर ले जाने के बाद उसे छोड़ा गया तो उसके व्यवहार में काफी बदलाव भी देखा गया । यह बात भी सामने आयी कि गणेश हाथी काफी दिनों से नुकसान नहीं के बराबर कर रहा था । हांलाकि एकाएक उसके सामने आने वालों को वह नहीं बख्श रहा है । ऐसे में लगातार उस पर निगरानी की जा रही है । 


अब गणेश हाथी 15 हाथियों के एक झुंड के साथ ही बीती रात तमनार वन परिक्षेत्र के जंगल रास्ते से जुनवानी सर्किल में पहुंच गया है । बताया जा रहा है कि जुनवानी सर्किल के भैंसगढ़ी क्षेत्र के कक्ष क्रमांक 902 के जंगल में गणेश हाथी विचरण कर रहा है । ऐसे में जब गणेश हाथी के लोकेशन की जानकारी वन मंडल रायगढ़ के अधिकारियों को हुई, तो तत्काल गणेश हाथी पर नजर रखते हुए किसी भी प्रकार की नुकसानी न होने को लेकर गांव में मुनादी कराने का निर्देश जारी कर दिया । इसके बाद गणेश हाथी को लेकर जुनवानी सर्किल के जुनवानी, भैंसगढ़ी, बडग़ांव, कांटाझरिया सहित आसपास के सभी गांव में वन कर्मियों के द्वारा मुनादी करायी गई है और जंगल में अकेले नहीं जाने, हाथियों के नजर आने पर उनसे किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं करने सहित कई प्रकार के बचाव के लिए मुनादी कराया गया है । हांलाकि बीती रात से अब तक गणेश हाथी ने किसी प्रकार से कोई नुकसान नहीं किया है और वन अमला जुनवानी सर्किल में अर्लट है । 

क्षेत्र में दहशत का माहौल



गणेश हाथी की मौजूदगी को देखकर अब क्षेत्र में दहशत का माहौल निर्मित है । जुनवानी से लेकर बंगुरसिया सर्किल में भी इसका भय देखने को मिल रहा है । बताया जा रहा है कि गणेश हाथी के पूर्व के रवैय्ये को देखते हुए लोगों में इस बात का डर है कि जंगल में अगर उससे सामना हो गया, तो काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है ।

क्या कहते हैं सर्किल प्रभारी 

इस संबंध में जुनवानी सर्किल प्रभारी विजय मिश्रा का कहना था कि गणेश हाथी तमनार के जंगल से होते हुए जुनवानी सर्किल में पहुंचा है । भैंसगढ़ी के कक्ष क्रमांक 902 में वह विचरण कर रहा है । गणेश हाथी ने वर्तमान में कोई नुकसान नहीं किया है । जुनवानी सर्किल में मुनादी कर ग्रामीणों को सर्तक रहने के लिए कहा गया है। ताकि कोई नुकसान न हो सके ।