वर्दीधारी डकैत निलंबित डीजीपी मुकेश गुप्ता की खासम ख़ास रेखा नायर ने आखिरकर सोमवार को EOW के समक्ष क़ानूनी प्रक्रिया पूरी करने के लिए अपनी मौजूदगी दर्ज कराई | लेकिन कई मामलो का कुख्यात आरोपी मुकेश गुप्ता EOW के दफ्तर और राजधानी रायपुर में दूर दूर तक नजर नहीं आया | लोगो की निगाहें EOW के दफ्तर पर टिकी हुई थी | इस खुख्यात आरोपी के बयान EOW मुख्यालय में दर्ज किये जाने थे | लोगो को लगा की गुप्ता जी अपनी ” जोड़ी ” के साथ आएंगे, इस बीच खबर आयी कि ” आरोपी नंबर वन ” 25 अप्रेल को आमद देंगे | इस बाबत उन्हें नोटिस तामील हो चुका है | मुख्यमंत्री निवास से सटी रोड में स्थित आरोपी मुकेश गुप्ता के बंगले में EOW ने नोटिस की तामीली कराई | यह नोटिस आरोपी के वकील के सुपुर्द किया गया | उम्मीद की जा रही है कि ” आरोपी नंबर वन ” और कई अपराधों का मास्टरमाइंड 25 अप्रेल दिन गुरुवार समय सुबह 10 बजे से कार्यालीन वक्त में हाजिर होगा | उधर रेखा नायर के ठिकानों पर उसकी मौजूदगी में EOW की टीम ने दस्तक दी | लेकिन मौके से क्या पाया गया और पहले कितने उपकरण इधर से उधर हुए , इसका खुलासा अभी नहीं हुआ है |
चार साल बाद दर्शन हुए रेखा नायर के – आरोपी रेखा नायर करीब चार साल बाद नजर आयी तो EOW के चंगुल में | ऐसा वो कौन सा गोपनीय कार्य कर रही थी कि इतने सालो बाद ना तो उसने EOW मुख्यालय में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और ना ही अपने सहकर्मियों के साथ मेल मुलाकात की | EOW मुख्यालय में कर्मचारियों के आवाजाही दर्ज करने के लिए एक रजिस्टर उपलब्ध रहता है | इस रजिस्टर में तमाम कर्मचारी अपनी उपस्तिथि दर्ज करते है | लेकिन रेखा नायर के नाम के आगे उसके कोई हस्ताक्षर नहीं पाए गए | लेकिन आरोपी मुकेश गुप्ता की राजदार होने के चलते उसके वेतन और भत्ते उसके बैंक खाते में जमा होते रहे | यही नहीं इस अवधि में उसके नाम से करोडो की संपत्ति का क्रय विक्रय होते रहा | रेखा नायर के नाते रिश्तेदारों की संपत्ति में भी दिन दुगनी रात चौगुनी वृद्धि होते चली गयी |
मिशन मुकेश गुप्ता – रेखा नायर आखिर चार सालो तक ऐसा कौन सा रहस्यमय काम करती रही जिसका खुलासा EOW ने अभी तक नहीं किया है | सरकारी वेतनमान और भत्ते उसके खाते में समय पर ट्रांसफर होते रहे | यह रकम जनता की तिजोरी से निकलती रही, इसलिए राज्य की जनता जानना चाहती है कि आखिर उसे किस मिशन पर भेजा गया था | उस मिशन की प्रगति हुई या फिर वो फ्लॉप हो गया | दोनों ही स्थितियों में रेखा नायर की भूमिका को लेकर EOW पूछतांछ करने में जुटा है | उसके ठिकानों की जांच पड़ताल के दौरान रेखा नायर के कई सहकर्मियों ने जब उसे देखा और बातचीत करने की कोशिश की लेकिन उसने उनकी ओर से मुँह मोड़ लिया | बताया जाता है कि वो आरोपी मुकेश गुप्ता के अगले कदम को लेकर बेहद डरी सहमी नजर आ रही थी | रायपुर में रेखा नायर के कई ठिकानों में दबिश देने के बाद EOW की टीम उसे अपने साथ लेकर जल्द ही केरल रवाना होने वाली है | यह भी बताया जा रहा है कि मामले में पारदर्शिता बरते जाने के चलते मीडिया टीम भी केरल जायेगी |
रेखा नायर के कई गंभीर मामलो में लिप्त होने के बावजूद EOW की टीम ने उसके साथ आरोपी नहीं बल्कि एक पक्षकार के रूप में व्यवहार किया | आमतौर पर आरोपियों के साथ पुलिस का रवैया सख्त होता है | लेकिन रेखा नायर के साथ सहानभूति बरतते हुए EOW की टीम ने उनसे सहयोग माँगा | हालांकि रेखा नायर मुकेश गुप्ता से जुड़े किसी भी सवालों और अपराधों से अपनी दूरियां बनाती नजर आयी | उसकी बेनामी संपत्ति और बैंको से लेन देन के कई मामलो पर अभी पूछतांछ होना बाकी है | उसकी आय के श्रोतो को लेकर EOW ने अभी कोई खुलासा नहीं किया है |